रांची: झारखंड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव विकास कुमार चौधरी ने सोमवार को परियोजना निदेशक किरण पासी से मुलाकात की।
इस दौरान उन्होंने पारा शिक्षकों की मानदेय संबंधी समस्याओं के समाधान पर चर्चा की। वहीं, जीरो बायोमीट्रिक उपस्थिति के कारण लंबित मानदेय भुगतान को लेकर उन्होंने प्रभाग पदाधिकारी ममता से बात की।
चौधरी ने बताया कि प्रभाग पदाधिकारी का कहना है कि उनके पास किसी भी जिला की रिपोर्ट (जीरो बायोमीट्रिक उपस्थिति) लंबित नहीं है। जबकि, अब तक मात्र आठ जिलों के ही पारा शिक्षकों का पेमेंट हुआ है।
चौधरी ने बताया कि उन्होंने खूंटी और धनबाद के एडीपीओ से भी बात की। खूंटी जिला के एडीपीओ का कहना है कि उन्होंने पीएफएमएस अपलोड कर दिया है, लेकिन फाइल डीईओ के के पास है, आप उनसे बात कर फाइल पर हस्ताक्षर करने हेतु अनुरोध करें।
इसके बाद चौधरी ने धनबाद के एडीपीओ की बात राज्य परियोजना कार्यालय के अकाउंट ऑफिसर सुनील से करवायी। एडीपीओ और धनबाद के जिला अकाउंटेंट को नये तरीके से पीएफएमएस अपलोड करने का निर्देश दिया गया।
चौधरी ने बताया कि इसके अलावा साहेबगंज जिला अकाउंटेंट पार्थो घोष की बात राज्य परियोजना कार्यालय के अकाउंटेंट से करवायी गयी।
बातचीत के क्रम में जिला अकाउंटेंट पार्थो घोष की लापरवाही स्पष्ट मालूम चली। बैंक ऑफ इंडिया में जिन पारा शिक्षकों का पासबुक था, ऐसे 17 जिला का पेमेंट हो चुका है। अब नये तरीके से पीएफएमएस अपलोड होगा।
उन्होंने बताया कि जिस भी जिला से जीरो बायोमीट्रिक उपस्थिति की रिपोर्ट अब तक राज्य परियोजना नहीं भेजी गयी है, ऐसे जिला को निर्देश दिये जाने की बात पदाधिकारियों से की गयी।
जल्द ही परियोजना निदेशक के स्तर से पत्र जारी किये जाने की बात कही गयी। इस दौरान प्रदेश महासचिव विकास कुमार चौधरी के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार दुबे और अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।