रांची: एकीकृत पारा शिक्षक संघ के बिनोद बिहारी महतो, संजय कुमार दुबे, ऋषिकेश पाठक, प्रमोद कुमार, दशरथ ठाकुर, मोहन मंडल, प्रद्युम्न कुमार सिंह (सिंटू) ने संयुक्त बयान जारी किया है।
इसमें उन्होंने राज्य भर के पारा शिक्षकों से 29 दिसंबर 2021 को रांची स्थित मोरहाबादी में जुटने का आह्वान किया है।
बयान में उन्होंने कहा है, “झारखंड सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है। सरकार काम कम और बहानाबाजी करने में ज्यादा विश्वास करने लगी है।
हमलोगों ने रघुवर दास सरकार को इसलिए नहीं हटाया था कि जो सरकार आये, वह काम करने के बजाय बहानाबाजी करे।”
संघ ने पारा शिक्षकों से आह्वान करते हुए कहा है, “अब बहुत हो गया। 29 दिसंबर 2021 को रांची की धरती पर एक बार फिर से उलगुलान करना है।
उसके लिए अपने पास छह फीट का एक डंडा, एक झारखंड मुक्ति मोर्चा का झंडा और एक काला झंडा लेकर चलना है, जैसा कि पिछली बार रघुवर दास सरकार के समय में किया गया था।
अगर 29 दिसंबर को हेमंत सोरेन सरकार पारा शिक्षकों के हक में घोषणा करती है, तो जेएमएम का झंडा दिखाकर जय-जयकार करना है और अगर हेमंत सोरेन सरकार हमारे लिए कुछ नहीं करती है, तो काला झंडा दिखाना है और हेमंत सोरेन मुर्दाबाद के नारे के साथ प्रदर्शन करना है।”
संघ ने कहा, “इसलिए पारा शिक्षक आज से ही प्रखंड से लेकर राज्य तक तैयारी शुरू कर दें। बाकी 29 दिसंबर 2021 को फैसला होगा कि जिंदाबाद करना है या मुर्दाबाद।”