रांची : कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख (Badal Patralekh) ने कहा कि राज्य में वेटरनरी यूनिवर्सिटी (Veterinary University) की स्थापना होगी।
इसके लिए पहल जारी है। हेसाग स्थित पशुपालन भवन में सोमवार को आदर्श हॉस्पिटल एवं वीडियो कॉल बेस्ड टेलीमेडिसीन सेंटर (Adarsh Hospital and Video Call Based Telemedicine Center) के उद्घाटन के दौरान उन्होंने बताया कि विभाग ने बजट उपबंध भी कर लिया है।
उन्होंने कहा कि पशुओं के लिए पहला अस्पताल में 24 घंटे (24X7) सुविधा मिलेगी। इसमें डॉक्टर और पैथोलॉजी के जानकार 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे।
बजट को किया जा रहा है मल्टीपल
उन्होंने कहा कि सरकार में सिस्टम से लेकर रिस्पॉन्स तक सब कुछ बदल रहा है। विभाग को हमने संवारने का काम किया है। राज्य में ऐसे पशु चिकित्सालय की सख्त जरूरत महसूस की जा रही थी। अब इसका शुभारंभ कर दिया गया है।
बादल ने कहा कि पिछले दिनों उन्होंने केरल का दौरा किया था। इससे ये महसूस हुआ कि कृषि पशुपालन के क्षेत्र में हम काफी पीछे हैं। सवाल तो यह भी है कि आखिर कब तक हम केरल का उदाहरण देते रहेंगे।
हमारे यहां प्रतिभाएं हैं, न्यूनतम संसाधनों में बेहतर काम करने वाले पशु चिकित्सक हैं जो उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। ये हमारे लिए बड़ी बात है। राज्य के सभी प्रखंडों और 23 जिलों में अस्पतालों का कायाकल्प का प्रयास किया जा रहा है।
इसके लिए बजट को मल्टीपल किया जा रहा है। चिकित्सक पशुपालकों को पशुओं की बीमारी को लेकर मेंटली काउंसलिंग कर सकते हैं। इससे उनका मर्ज आधा हो जायेगा।
जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम का मिजाज बदल रहा है। इसलिए पशुपालन क्षेत्र कृषि का वैकल्पिक व्यवसाय बन सकता है। दशहरा के पहले दुग्ध उत्पादकों को तीन रुपए प्रति किलो की बोनस की राशि उनके खाते में भेजी गयी जिससे लोगों में सरकार के प्रति भरोसा और मजबूत हुआ। जल्द ही 236 पशु एंबुलेंस की शुरुआत होगी। पहले 23 और 66 नया पशु चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है। अन्य रिक्तियां भी भरने की प्रक्रिया की जा रही है.।
मौके पर कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सचिव अबू बकर सिद्दीख ने कहा कि आज के दौर में तकनीक से Upgrade रहने की जरूरत है। आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी (Artificial intelligence) के माध्यम से बड़े-बड़े इलाज हो रहे हैं।
हॉस्पिटल में सर्जरी एवं पैथोलॉजी की पूरी व्यवस्था की गई
वीडियो कॉल बेस्ड टेलीमेडिसीन (Video call based Telemedicine) तभी सफल होगा, जब आप कॉल करने वाले को तुरंत रिस्पॉन्स देंगे। whatsapp call पर संबंधी बीमारी की दवाई बताने की बजाय व्हाट्सएप मैसेज का इस्तेमाल करना ज्यादा उचित होगा। कोई भी दवाई देने के बाद उसका फीड बैक जरूर लें। अगर आप कॉल पर रिस्पॉन्स नहीं देंगे तो यह योजना फेल हो जायेगी।
निदेशक आदित्य रंजन ने कहा कि फेज वार राज्य में 100 -100 अस्पताल के कायाकल्प का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रयास है कि सभी पशु चिकित्सालय में आधारभूत संरचना का विकास किया जाय।
उपकरण आदि उपलब्ध कराए जाएं। हेसाग के आदर्श हॉस्पिटल में सर्जरी एवं पैथोलॉजी (Surgery and Pathology) की पूरी व्यवस्था की गई है। उन्होंने दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के संबंध में बताया कि राज्य में पहली बार दो दिवसीय चिकित्सकों के प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।