रांची: जिस समय बारिश (Rain) की सबसे ज्यादा जरूरत थी, उस वक्त बारिश नहीं होने से फसलों (Crops) को नुकसान पहुंचा, लेकिन अब हो रही बारिश लोगों के लिए परेशानी बनती जा रही है।
आशंका जताई जा रही है इस बार त्योहारी सीजन (Festive Season) में भी बारिश होने का अनुमान है। ऐसे में पर्व का मजा भी किरकिरा हो सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र (Meteorological Station) ने अनुमान लगाया है कि 19 सितंबर तक राज्य के कई स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जतायी है।
मौसम केंद्र (Weather Station) के मुताबिक, 14 सितंबर में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश (Rain) की संभावना है। 19 सितंबर तक मौसम में विशेष बदलाव की उम्मीद नहीं है।
इस दौरान कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। 15 से 17 सितंबर तक राज्य के कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जतायी गयी है।
इन स्थानों पर दर्ज की गई इतनी बारिश
Jharkhand weather Update : राजधानी में पिछले 24 घंटे में करीब 42 मिलीमीटर बारिश हुई। बोकारो में करीब 48 मिमी के आसपास बारिश हुई।
गुमला में 20 तथा खूंटी में 27 मिमी के आसपास बारिश हुई। पिछले 24 घंटे में संताल परगना के कई इलाकों में अच्छी बारिश हुई। कोडरमा के परसाबाद में करीब 104 मिमी के आसपास बारिश हुई। पंचेत में 101, बोरियो में करीब 65 मिमी के आसपास बारिश हुई।
झमाझम बारिश से देवघर हुआ पानी-पानी
देवघर में मंगलवार को झमाझम बारिश से मौसम (Weather) खुशनुमा हो गया। गर्मी के थपेड़ों से जूझते लोगों को यह बारिश काफी खुशी दे गयी, लेकिन, लगातार बारिश से जन जीवन अस्तव्यस्त (Messy) हो गया। ऑफिस का दिन होने के कारण लोगों को अपने अपने कार्यालय पहुंचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
लेकिन, बाजार करने वालों भीड़ अन्य दिनों की तुलना में काफी कम रही। शाम में घंटों लगातार झमाझम बारिश (Continuous Rain) होने से लोगों को आवागमन में परेशानी हुई।
आमलोगों की दिनचर्या प्रभावित होने के साथ बारिश का पानी नंदन पहाड़ स्थित नंदन नगर, सिविल लाइन, हरिहर बाड़ी आदि मुहल्लों व घरों में घुस गया।
घरों में पानी के घुसने से इलेक्ट्रोनिक्स व इलेक्ट्रिक (Electronics & Electric) सामानों की बर्बादी के साथ घर पानी पानी हो गया।
शहर के प्रमुख हिस्सों में सड़कों पर जल जमाव हो गया। देवघर-दुमका मुख्य पथ (Main Road) में भी कई स्थानों पर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।