BJP Female Candidates in Loksabha: झारखंड में इस बार चुनावी जंग में महिला नेताओं (Women Leaders) का बड़ा इम्तिहान है। BJP ने राज्य में पहली बार तीन महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है।
“INDIA” गठबंधन की ओर से भी एक महिला प्रत्याशी मैदान में उतर चुकी हैं, जबकि दो अन्य सीटों पर महिला नेताओं की उम्मीदवारी पर विचार चल रहा है।
अन्नपूर्णा देवी कोडरमा से BJP की सांसद हैं और केंद्र में शिक्षा राज्यमंत्री भी। उन्हें पार्टी ने दूसरी बार इस सीट पर प्रत्याशी बनाया है। अन्नपूर्णा देवी (Annapurna Devi) राजनीति में 26 सालों से सक्रिय हैं।
सियासी मैदान में उनकी एंट्री पति रमेश प्रसाद यादव के साल 1998 में निधन के बाद हुई थी। रमेश प्रसाद यादव Koderma से राजद के विधायक थे। उनके निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ तो वो पहली बार बिहार विधानसभा पहुंचीं। उन्हें बिहार की राबड़ी देवी सरकार में मंत्री बनाया गया।
इसके बाद उन्होंने राजद के टिकट पर साल 2000, 2005 और 2009 के विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में जीत दर्ज की। झारखंड में साल 2013 में बनी हेमंत सोरेन की सरकार में भी अन्नपूर्णा देवी को मंत्री बनाया गया था।
साल 2014 में उन्हें कोडरमा विधानसभा सीट से हार का सामना करना पड़ा। 2019 में वह BJP में शामिल हुईं और पार्टी ने उन्हें Koderma Seat पर लोकसभा का प्रत्याशी बनाया। जीत के बाद उन्हें केंद्र की सरकार में राज्य मंत्री के तौर पर जगह मिली।
इस बार उनका मुकाबला CPI-ML के प्रत्याशी विनोद सिंह से होने की संभावना है। विनोद सिंह बगोदर इलाके के विधायक हैं।
उधर सिंहभूम सीट पर BJP ने मौजूदा सांसद गीता कोड़ा को प्रत्याशी बनाया है। वह झारखंड के पूर्व CM मधु कोड़ा की पत्नी हैं और उन्होंने पिछला चुनाव कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर जीता था। करीब दो महीने पहले उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी। उनका मुकाबला इस बार JMM के उम्मीदवार से होगा।
JMM ने अब तक अपना प्रत्याशी तय नहीं किया है। महीने भर पहले उम्मीदवारी घोषित होने के साथ ही वह क्षेत्र में प्रचार अभियान में पसीना बहा रही हैं।
BJP की ओर से चुनाव मैदान में उतारी गईं तीसरी महिला हैं – सीता सोरेन। उन्हें दुमका सीट पर प्रत्याशी बनाया गया है। वह JMM के प्रमुख शिबू सोरेन की बड़ी बहू हैं।
दुमका लोकसभा के अंतर्गत आने वाली जामा विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रह चुकी हैं। उन्होंने करीब महीना भर पहले परिवार और JMM से बगावत कर दी और BJP में शामिल हो गईं।
दुमका सीट पर उनका मुकाबला JMM के वरिष्ठ नेता नलिन सोरेन से होगा। नलिन सोरेन दुमका लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली शिकारीपाड़ा सीट से लगातार सात बार विधायक चुने गए हैं। जाहिर है, यहां कांटे का मुकाबला है।
उधर, राजद ने पलामू सीट पर ममता भुइयां को प्रत्याशी बनाया है। वह महीने भर पहले तक BJP में थीं। उनका ताल्लुक भी सियासी परिवार से है। वह जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र से कई बार विधायक रहे दुलाल भुइयां के भाई की पत्नी हैं। यहां उनका मुकाबला BJP के दो टर्म के सांसद बीडी राम से होगा।
“इंडिया” गठबंधन की ओर से राज्य की 14 में से सात सीटों पर प्रत्याशी का ऐलान अब तक नहीं हुआ है। इनमें से दो सीटों पर महिला प्रत्याशी उतर सकती हैं।
गोड्डा में कांग्रेस की ओर से दीपिका पांडेय सिंह और जमशेदपुर में JMM की ओर से स्नेहा महतो की उम्मीदवारी पर विचार चल रहा है। ऐसा हुआ तो राज्य के इतिहास में पहली बार होगा, जब दो प्रमुख सियासी गठबंधनों की ओर से तीन-तीन महिला प्रत्याशी मैदान में होंगी।
इतिहास की बात करें तो झारखंड बनने के बाद अब तक तीन महिलाएं लोकसभा पहुंच पाईं हैं। वर्ष 2004 में कांग्रेस की सुशीला केरकेट्टा ने खूंटी लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी। इसके बाद वर्ष 2019 में कोडरमा से अन्नपूर्णा देवी और सिंहभूम से गीता कोड़ा विजयी हुई थीं।