पलामू: लंबे समय से स्थायीकरण व वेतनमान की मांग को लेकर आंदोलनरत झारखंड के 65 हजार पारा शिक्षकों ने राज्य की हेमंत सरकार को एक बार फिर से अल्टीमेटम दिया है।
कहा है कि 29 दिसंबर को सरकार के दो वर्ष पूरे हो रहे हैं, इस उपलक्ष्य में पारा शिक्षक नियमावली पास कराने का काम सरकार करे। वरना 30 दिसंबर से इस बार आर या पार वाला आंदोलन करेंगे।
इस संबंध में रविवार को हुसैनाबाद अनुमंडल के प्रशिक्षित व अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों ने पिछले दिनों प्रखंड मुख्यालय स्थित गैता पोखरा पांच सरोवर मंदिर कैंपस में बैठक की थी।
उलटा-पुलटा बयानबाजी ठीक नहीं
बैठक में कहा गया कि झारखंड सरकार प्रतिदिन उलटा-पुलटा बयानबाजी जैसे आकलन परीक्षा न लेना, टेट परीक्षा में क्षेत्रीय भाषा मगही को हटाना, टेट उत्तीर्ण 33ःए 60ः लाना, इंटर एवं स्नातक में 50ः की बाध्यता आदि अनिवार्य करना, ये सब पारा शिक्षकों के हित में संकट की घड़ी हैं।
यदि सरकार 29 दिसम्बर 2021 को पारा शिक्षक नियमावली लागू नहीं करती है तो हम सभी प्रशिक्षित एवं अप्रशिक्षित पारा शिक्षक 30 दिसंबर 2021 से सरकार के प्रति जम कर विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि बार बार सरकार अपनी ढुलमूल नीति के कारण हम पारा शिक्षक को बुड़बक बनाने में जुटी है।
भविष्य से खिलवाड़ नहीं होगा बर्दाश्त
कहा कि चुनाव से पूर्व ही वर्तमान सरकार में पारा शिक्षकों को वेतनमान देने की घोषणा कर अबतक नहीं किया। जिससे पारा शिक्षकों के समक्ष भूखे मरने की स्थिती उत्पन्न हो गई है।
पारा शिक्षकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अब सरकार की यह नीति हम शिक्षक नहीं बर्दास्त करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देश पर हम सभी पारा शिक्षक आज कितने दिनों से कम पैसे में बच्चों को शिक्षित बना रहे है किंतु सरकार हम सभी शिक्षकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने में जुटी है।
बैठक में मुख्य रूप से सुनील कुमार यादव, मनोज कुमार सिंह, धंजय प्रसाद, सुशील कुमार सिंह;सुदामा सिंहद्ध, अनील कुमार पासवान, बैकुंठ शर्मा, मतिन अहमद, विजय कुमार सिंह, अजय कुमार, बलिराम यादव, जय कुमार, सुरेन्द्र कुमार सिंह, विनय कुमार सिंह आदि शामिल हुए।