Hemant Soren proved majority with 45 MLAs: सोमवार को हेमंत सोरेन (Hemant Soren) सरकार ने फ्लोर टेस्ट पास में कामयाबी हासिल कर ली। 45 विधायकों के साथ सरकार ने बहुमत साबित कर दिया। विपक्ष में जीरो वोट डाले गए।
यह महत्वपूर्ण बात है कि झामुमो से निष्कासित विधायक लोबिन हेंब्रम और निलंबित विधायक चमरा लिंडा ने भी सरकार के पक्ष में वोट किया है। उल्लेखनीय है कि 28 जून को कथित जमीन घोटाला मामले में जमानत पर हेमंत सोरेन (Hemant Soren) बाहर आए।
3 जुलाई को चंपाई सोरेन (Champai Soren) ने CM पद से इस्तीफा दिया। हेमंत सोरेन ने उसी वक्त सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसके बाद 4 जून को उन्होंने सीएम पद की शपथ ली थी।
मुझे यहां देखकर परेशान है विपक्ष
विश्वास मत पर चर्चा करते हुए CM हेमंत सोरेन ने कहा कि सदन में हमने ये प्रस्ताव लाया कि सरकार विश्वास मत हासिल करे। संवैधानिक प्रक्रिया पूरी हुई।
हमारे विपक्ष के साथी को फिर से मुझे यहां देखकर कैसा महसूस हो रहा होगा, ये इनके आचरण से समझ आ रहा है। मुझे पता है कि इनके पास कोई राजनीतिक सोच नहीं है। सीएम ने आगे कहा कि सदन के अंदर कई ऐसे लोग हैं, जो जांच एजेंसियों के संपर्क में रहते हैं।
अब इन लोगों की साजिश को समझ गया हूं। हेमंत सोरेन ने पूर्व CM चम्पाई सोरेन को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आपने निर्भीक होकर पांच महीने तक सरकार चलाई। इसके लिए आपको धन्यवाद देता हूं। क्यूंकि ऑपरेशन लोटस वाले लगातार सक्रिय रहते हैं।
लोकतंत्र में मानना पड़ता है गठबंधन का निर्णय
सदन में चर्चा के दौरान पूर्व CM चम्पाई सोरेन ने कहा कि झारखंड अलग हुए 24 साल हो चुके हैं। सत्ता पक्ष विपक्ष दोनों ने नेतृत्व किया है। लेकिन, प्रदेश में किसी तरह का बदलाव नहीं आया। यहां की भौगोलिक स्थिति अलग है।
खनिज संपदा से संपन्न है। यहां के आदिवासी, गरीब, दलित के हालत नहीं सुधरे हैं। आरोप किस पर दे रहे हैं, जो विपक्ष में हैं, वो लंबे समय तक सत्ता में रहे हैं।
इसलिए मैं समझता हूं हम सभी ने कुछ न कुछ काम किया है, तभी यहां सदन तक पहुंचे हैं। मैंने राजमहल में काम किया है, लेकिन लोकतंत्र में गठबंधन के निर्णय पर चलना पड़ता है। जो भी घटनाक्रम हुआ, उसके बाद आज से काम कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी बोले, यह सरकार केवल ठगने की स्कीम लाई
नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए कहा कि 5 साल में दूसरी बार सीएम बनने पर हेमंत सोरेन को बधाई। हालांकि मंत्रिमंडल विस्तार कर यहां आते तो बेहतर होता।
मंत्रिमंडल विस्तार न करना बताता है कि आपको विधायकों को से कोई मोह नहीं है। यह सरकार झूठ की बुनियाद पर शुरू हुई है। जिन वादों के साथ सरकार बनाई, वह आज भी अधूरे हैं। सहायक पुलिसकर्मी धरने पर बैठे हैं और आप चुप हैं।
यह सरकार केवल ठगने की स्कीम लाई है। इनके पास इस सरकार में 4 महीना से पेंशन नहीं मिली। राशन कार्ड वाले को राशन नहीं मिल रहा है। परीक्षा में लगातार गड़बड़ी हो रही है। ये भ्रष्टाचारी सरकार है। इनके एक मंत्री भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में है।
आदिवासी हितों की रक्षा नहीं की जा रही है। लव, लैंड जिहाद के बाद वोट जिहाद शुरू हो गया है। उन्होंने पूछा कि ये सरकार 2 महीने के लिए किसलिए बनी है। क्या जो भ्रष्टाचार हुए हैं, उसके सबूत मिटाने के लिए बनी है।