नई दिल्ली: पुलित्जर पुरस्कार विजेता लेखिका झुम्पा लाहिड़ी लगभग एक दशक के बाद अपने नए उपन्यास से धमाल मचाने वाली हैं।
उनका नया उपन्यास व्हेयरअबाउट्स इसी साल अप्रैल में आने वाला है।
व्हेयरअबाउट्स उनका पहला नॉवेल है, जिसे इतालवी भाषा में लिखा गया है और उन्होंने इसका अंग्रेजी में अनुवाद भी किया है, जिसका प्रकाशन पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया कर रहा है।
व्हेयरअबाउट्स की कहानी झुम्पा के पिछले नॉवेल दि लोलैंड की कहानी से बहुत मेल खाती है। दि लोलैंड नॉवेल का प्रकाशन वर्ष 2013 में हुआ था।
बहरहाल, व्हेयरअबाउट्स एक ऐसी महिला की कहानी है जो एक ऐसे शहर में जीवन-पर्यन्त भटकती रहती है, जहां उसे कई तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ता है और बाद में वही शहर उसका साथी बन जाता है।
कभी सड़कों के किनारे, कभी पार्को में तो कभी रेलवे स्टेशनों पर वह काफी दिनों तक शहर में भटकती रही। पिता की आकस्मिक मृत्यु के बाद उसने दुखियारी मां का दर्द भी झेला।
वह इन झंझावातों से मुकाबला करने का साहस नहीं जुटा पा रही थी। लेकिन, एक दिन कुछ ऐसा होता है, जिसने उसका दृष्टिकोण और जीवन भी बदल दिया।
अपनी नई किताब के बारे में झुम्पा का कहना है कि इस रचनात्मक यात्रा में मेरा उत्साहवर्धन करने के लिए मैं मेरु गोखले और पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया के सभी साथियों का आभारी हूं।
मेरु गोखले पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया, पेंगुइन प्रेस के प्रकाशक हैं। उन्होंने कहा कि झुम्पा लाहिड़ी एक ऐसी लेखिका हैं जो कम शब्दों में बहुत गहरी और बड़ी बात कहने का सामथ्र्य रखती हैं।
उनका नया उपन्यास वास्तव में एक अनुपम साहित्यिक कृति है और इसका प्रकाशन करके हमें बहुत प्रसन्नता मिली है।