रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य (Supriyo Bhattacharya) ने चाईबासा दौरे पर आ रहे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से चार सवाल पूछा है। भट्टाचार्य शुक्रवार को पार्टी के कैंप कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरना धर्म कोड, 1932 की खतियानी आधारित स्थानीय नीति और 27 प्रतिशत OBC आरक्षण पर भारत सरकार और भाजपा की सोच क्या है।
भट्टाचार्य ने कहा …
हेमंत सरकार के उपरोक्त तीनों प्रस्तावों को क्या आगामी बजट सत्र-2023 में समायोजित किया जाएगा की नहीं? और किस परिस्थिति में आखिर जैन धर्म के सर्वोच्च पवित्र स्थल पारसनाथ को इको-टूरिज्म सेक्टर (Eco-Tourism Sector) के रूप में चिन्हित किया गया।
उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा सम्मेद शिखर पर लाये गये रोक को चाल कहा है। उन्होंने कहा कि जैन समाज भाजपा की चाल को समझे कि पारसनाथ स्थित सम्मेद शिखर मामले में भारत सरकार ने अगस्त 2019 के केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की अधिसूचना को वापस नहीं लिया है, बल्कि केवल पारसनाथ पर्वत क्षेत्र में अवैध गतिविधि, जिसमें ड्रग्स और तमाम नशीले पदार्थों की बिक्री करना, तेज संगीत बजाना और लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करने पर रोक लगाने की पहल की है जबकि JMM शुरू से ही अगस्त 2019 में निकाले गये गजट को ही रद्द करने की मांग करती रही है।