रांची: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश ने रविवार को राज्य की मुख्य सत्ताधारी पार्टी झामुमो को आड़े हाथों लिया है। प्रकाश ने कहा कि झामुमो को झूठ की खेती बंद करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य शासन की यह मुख्य पार्टी है। इसलिये इनके नेताओं को गैर जिम्मेदाराना बयान से बचना चाहिये।
जनता ने अगर सत्ता सौपी है तो जनता की ईमानदारी से सेवा करनी चाहिये ना कि अपनी नाकामियों को छिपाने के लिये केवल केंद्र पर दोषारोपण।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में झारखंड को हर संभव सहायता उपलब्ध करा रही है लेकिन राज्य सरकार संसाधनों का प्रबंधन भी ठीक से नही कर पा रही।
परिणामस्वरूप जनता बेहाल है, मरीज तड़प तड़प कर मरने को विवश हैं।
प्रकाश ने कहा कि झामुमो का आरोप बिल्कुल निराधार है। उन्होंने मांग किया कि केंद्रीय सहायता का झारखंड सरकार श्वेत पत्र जारी करे सब दूध का दूध और पानी का पानी साफ हो जाएगा।
सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य को 79 हजार रेमडेसिविर दिया है, जबकि झामुमो इसे 29 हजार बता कर झूठ फैला रहा।
यही झारखंड है जहाँ इस दवा की कालाबाजारी पर गिरफ्तारी हुई है।
जिसे राज्य सरकार केवल दिखावे के सीआईडी जांच से रफा दफा करना चाहती है।
यही हाल वैक्सीन का है। वैक्सीन रहते हुए भी सरकार ने गलत बयानी की।
कुप्रबंधन की हालत ऐसी की अस्पतालों में बेड, वेंटीलेटर की खुलेआम बोली लगाई जा रही।यह सरकार भर्ती मरीजों को भोजन और दवा भी उपलब्ध नही करा पा रही।
रिम्स प्रबंधन बेहाल
प्रकाश ने कहा कि राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल रिम्स भी कुव्यवस्था से जूझ रहा है।
रिम्स प्रबंधन को आवश्यक उपकरणों, दवाइयों के खरीद की शक्ति नही।
टेंडर प्रक्रिया में मरीजों की जान जा रही जबकि कोविड के इस दौर में राज्य सरकार को नियमो को शिथिल कर प्रबंधन को अधिकार देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार वेंटीलेटर का रोना रोती है, जबकि सच्चाई यह है कि राजधानी रांची के सदर अस्पताल में 150 वेंटीलेटर एनेस्थेटिक की बाट जोह रहे।
रिम्स में एनेस्थेटिक हैं लेकिन वेंटीलेटर नही। अब इसे सरकार की नाकामी मानी जाए या कुप्रबंधन यह झामुमो ही बताये।
पीएम केअर फण्ड से मिले अन्य ज़िलों के वेंटीलेटर में कबाड़ बने हुए हैं। अभी फिर से केंद्र सरकार ने राज्य को अतिरिक्त 1500 वेंटीलेटर दिए हैं।
प्रकाश ने कहा कि यही हाल ऑक्सीजन प्लांट का है।
ये मांग तो खूब करते है लेकिन राज्य सरकार बताये की चार जिलों में एक साल बीत जाने के बाद भी ऑक्सीजन प्लांट क्यों नही चालू हुआ। आज केंद्र सरकार की सहायता से सभी जिलों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो रहे।