रांची: जेएमएम नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अमित शाह पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के द्वारा आदिवासी समाज के बारे में जिस तरह से बात करते हैं उससे आशंका थी कि वहां के लोग उनको खारिज करेंगे और वही हुआ भी। आदिवासी समाज के लोग अंग्रेजों से लोहा लिया था।
भारतीय सेना के सुप्रीम राष्ट्रपति के बारे में जिस तरह से चाईबासा में कई गई, हम कह सकते हैं कि इस तरह के शर्मनाक बयान का प्रयोग आज तक राजनीतिक इतिहास में नहीं हुई है। हमको लगता है कि कभी भी देश के गृहमंत्री अपने राष्ट्रपति के बारे में ऐसी बातें नहीं कर सकते।
राष्ट्रपति के गरिमा को बचा कर रखें शाह
उन्होंने कहा कि चाईबासा की जनता ने बता दिया कि यहां उनका सुपरा साफ हो जाएगा। आज देश में महिला हर क्षेत्र में आगे है, लेकिन उनकी नजर में अनुकंपा है। अमित शाह पूरे देश से मांफी मांगे। हम सभी झारखंडियों को जितनी गाली देनी है वो दें। देश के आदिवासियों को गाली दें, लेकिंन राष्ट्रपति के गरिमा को बचा कर रखें।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश लें स्वतः संज्ञान
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बीजेपी आदिवासी समाज को एक कमोडिटी के तौर पर समझती है। बीजेपी के द्वारा आदिवासियों के विषय में जो बातें कही जाती है, यह तय था कि वहां के लोग उनको खारिज करेंगे। इस देश के लगभग डेढ़ सौ करोड़ लोगों का जो प्रतीक है, जो राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, उसकी नियुक्ति क्या अनुकंपा पर हुई है।
इस बात का जवाब बीजेपी को देना होगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का जन्म आदिवासी घर में हुआ, इसीलिए उस पर अनुकंपा की गई। दलित परिवार में जन्मी हमारे राष्ट्रपति के बारे कहा गया कि प्रधानमंत्री ने उनको उस पद पर पहुंचाया। इस तरह की भाषा का प्रयोग भारतीय राजनीति में कभी नहीं हुआ। सर्वाेच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को इस मामले पर स्वतः संज्ञान लें।
2024 में झारखंड से BJP की हो जायेगी साफ
उन्होंने कहा कि 2024 के संकेत मिल गए। झारखंड से अब बीजेपी साफ हो जाएगी। आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक समाज अब बर्दाश्त नहीं करेगा। जो महिलाएं सेना का फाइटर जेट उड़ाती हो। अंतरिक्ष तक होकर आती हो। इसरो के वैज्ञानिकों, प्रोफेसर, इंजीनियर अब बीजेपी की नजर में कोई कीमत नहीं है। भारतीय जनता पार्टी को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।