नई दिल्ली: कुछ महीने पहले Zee News के वरिष्ठ पत्रकार सुधीर चौधरी (Senior Journalist Sudhir Chaudhary) ने चैनल से इस्तीफा दे दिया था। इस बात ने लोगों को काफी हैरान कर दिया था।
एक बार फिर से बड़ा झटका देने वाली खबर सामने आ रही है। NDTV इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी संपादक रवीश कुमार (Ravish Kumar) ने इस्तीफा दे दिया है।
बता दें NDTV (हिंदी) के जाने-माने चेहरे रवीश कुमार ने अपने कार्यकाल के दौरान कई कार्यक्रमों को होस्ट किया, जिनमें हम लोग, रवीश की रिपोर्ट, देश की बात और प्राइम टाइम (Prime Time) शामिल हैं।
रवीश कुमार को दो बार पत्रकारिता (Journalism) में योगदान के लिए रामनाथ गोयनका उत्कृष्टता पुरस्कार और 2019 में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार (Ramon Magsaysay Award) से भी सम्मानित किया गया है।
रवीश कुमार के योगदान बहुत अधिक रहा है
रवीश के इस्तीफे (Resignation) के बाद NDTV ग्रुप की प्रेसिडेंट सुपर्णा सिंह (President Suparna Singh) ने कहा, ”रवीश जितना लोगों को प्रभावित करने वाले कुछ ही पत्रकार हैं।
यह उनके बारे में लोगों की प्रतिक्रिया में दिखता है।” सुपर्णा ने कहा कि रवीश दशकों से एनडीटीवी का एक अभिन्न हिस्सा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका योगदान बहुत अधिक रहा है, और हम जानते हैं कि वह अपनी नई पारी में भी बेहद सफल होंगे।
एक दिन पहले ही NDTV के कार्यकारी सह-अध्यक्ष प्रणव रॉय ने दिया था इस्तीफा
बता दें कि रवीश कुमार का इस्तीफा ऐसे समय में आया है, जब एक दिन पहले ही NDTV के कार्यकारी सह-अध्यक्ष प्रणव रॉय (Co-Chairman Pranab Roy) ने निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था।
रवीश कुमार के कई दिनों से इस्तीफा देने की खबरें थीं। हालांकि बुधवार को उन्होंने आधिकारिक तौर पर मेल भेजकर अपना इस्तीफा दे दिया है।
रवीश कुमार ने मेल कर दिया इस्तीफा
रवीश के जाने की घोषणा करते हुए, चैनल (Channel) ने एक आंतरिक मेल में कहा, उनका इस्तीफा तत्काल रूप से प्रभावी है। यानी अब रवीश एनडीटीवी के लिए शो करते नजर नहीं आएंगे।
बता दें कि नई दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (NDTV) के संस्थापक प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय ने प्रवर्तक समूह की इकाई आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड (RRPR Holding Private Limited) के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था।
अदानी समूह चैनल अधिग्रहण के काफी करीब
दरअसल, अडाणी समूह अब इस समाचार चैनल के अधिग्रहण के करीब पहुंच चुका है। इस घटनाक्रम के बीच रॉय दंपति (Roy couple) ने आरआरपीआर होल्डिंग के निदेशक पद से इस्तीफा दिया है।
उल्लेखनीय है कि अडाणी समूह ने RRPR का अधिग्रहण कर लिया था। RRPR के पास NDTV की 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
रॉय दंपति के पास अब भी 32.26 प्रतिशत की हिस्सेदारई
हालांकि, रॉय दंपति के पास प्रवर्तक के रूप में एनडीटीवी में अब भी 32.26 प्रतिशत की हिस्सेदारी है और उन्होंने समाचार चैनल के निदेशक मंडल से इस्तीफा नहीं दिया है।
प्रणय रॉय (Prannoy Roy) एनडीटीवी के चेयरपर्सन (NDTV chairperson) और राधिका रॉय (Radhika Roy) कार्यकारी निदेशक हैं। एनडीटीवी ने मंगलवार को शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि प्रणय और राधिका रॉय ने आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड (RRPRH) के निदेशक मंडल से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है।
आरआरपीआर होल्डिंग्स के पास एनडीटीवी की 29.2 प्रतिशत हिस्सेदारी
रॉय दंपति ने 2009 में रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) से जुड़ी एक कंपनी से 400 करोड़ रुपये का ब्याज-मुक्त कर्ज (Interest Free Loan) लिया था।
यह कंपनी विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (VCPL) थी। इस कर्ज के बदले वीसीपीएल को वॉरंट (warrant) को आरआरपीआर होल्डिंग्स के शेयर में बदलने का अधिकार मिल गया था।
आरआरपीआर होल्डिंग्स के पास एनडीटीवी की 29.2 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
अडाणी समूह ने अगस्त में वीसीपीएल को खरीदा था
अडाणी समूह (Adani Group) ने अगस्त में VCPL को ही खरीद लिया था और उसने वॉरंट को शेयरों में बदलने की बात रखी थी। NDTV के प्रवर्तकों ने शुरुआत में इस कदम का विरोध करते हुए कहा था कि उनके साथ इस पर बातचीत नहीं हुई है।
लेकिन इस सप्ताह की शुरुआत में उन्होंने इसकी अनुमति दे दी। इससे VCPL के पास आरआरपीआर होल्डिंग की 99.5 प्रतिशत हिस्सेदारी आ गई।
आरआरपीआर (Radhika Roy Prannoy Roy Holdings Private Limited) अभी तक प्रवर्तक इकाई है। इसकी समाचार चैनल में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
प्रणय रॉय के पास NDTV की 15.94 प्रतिशत और राधिका रॉय के पास 16.32 प्रतिशत (कुल 32.26 प्रतिशत) हिस्सेदारी है।
VCPL के अधिग्रहण के बाद अडाणी समूह द्वारा NDTV में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए खुली पेशकश लाई गई है। यह पेशकश 22 नवंबर को खुली है और पांच दिसंबर को बंद होगी।
अभी तक इस पेशकश को कुल आकार पर 53.27 लाख या एक-तिहाई शेयरों का प्रस्ताव मिला है। हालांकि, खुली पेशकश में शेयर का मूल्य NDTV के शेयर के मौजूदा भाव से काफी कम है।