नई दिल्ली: जेपी मोर्गन ने महिंद्रा एंड महिंद्रा Mahindra & Mahindra से दक्षिण कोरिया में उसकी समस्या में फंसी इकाई सांग योंग मोटर कंपनी (एसवाईएमसी) का 40 अरब कोरियाई वॉन के बराबर का कर्ज लौटाने की मांग की है।
दक्षिण कोरिया की वाहन कंपनी कर्ज चुकाने में असमर्थता जताई है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि कोरियाई वाहन कंपनी के 21 दिसंबर के दिवाला कानून के तहत पुनरूद्धार और पुनर्वास के प्रस्ताव के साथ किए गए आवेदन को देखते हुए जेपी मोर्गन ने नकदी संकट से जूझ रही कंपनी 40 अरब केआरडब्ल्यू (ब्याज समेत करीब 268 करोड़ रुपए) की मांग की है।
इसमें कहा गया है। एसवाईएमसी ने कोरियाई शेयर बाजार को सूचित किया है कि वह पुनरूद्धार और पुनर्वास आवेदन के कारण जेपी मोर्गन को 40 अरब केआरडब्ल्यू कर्ज देने में असमर्थ है।
कोरियाई वाहन कंपनी के ऊपर 100 अरब का कोरियाई वॉन (करीब 680 करोड़ रुपए) का कर्ज है।
पिछले सप्ताह महिंद्रा एंड महिंद्रा ने सूचित किया था कि एसवाईएमसी ने 60 अरब केआरडब्ल्यू (करीब 408 करोड़ रुपए) के कर्ज भुगतान में चूक की है।