रांची: झारखंड लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा रविवार को शांतिपूर्ण तथा कदाचार मुक्त माहौल में रांची के 188 केंद्रों पर संपन्न हो गई। राजधानी रांची में 188 विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर दो पाली में परीक्षा आयोजित की गई थी।
परीक्षा केंद्रों पर कदाचार मुक्त परीक्षा के आयोजन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। सभी परीक्षा केंद्रों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई थी।
इसके अलावा राज्य के जिला मुख्यालयों में बनाए गए 1,102 केंद्रों पर दो पालियों में हुई।
इस परीक्षा में 65 से 67 प्रतिशत उपस्थिति रही। पहली पाली में जहां लगभग 67 प्रतिशत उपस्थिति देखी गयी।
जबकि दूसरी पाली में लगभग 65 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। आयोग ने प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होने के लिए 3,69,327 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए थे। आयोग की ओर से बताया गया कि परीक्षा शांतिपूर्ण और कदाचाररहित हुई है।
प्रारंभिक परीक्षा कोविड गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए हुई।
सभी परीक्षा केंद्रों पर थर्मल गन से तापमान की जांच कर परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया गया। सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक हुई पहली पाली में सामान्य अध्ययन विषय के पहले पत्र की परीक्षा हुई।
जबकि अपराह्न दो से चार बजे तक की दूसरी पाली की परीक्षा में सामान्य अध्ययन विषय के ही दूसरे पत्र की परीक्षा ली गई। दो-दो घंटे की अवधि की परीक्षा में प्रत्येक पत्र में सौ-सौ वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे गए। प्रत्येक प्रश्न दो अंकों के थे।
प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम अक्टूबर-नवंबर में आने की उम्मीद है। कुल 252 पदों के लगभग 15 गुना अभ्यर्थियों का चयन इस परीक्षा के माध्यम से मुख्य परीक्षा के लिए किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सातवीं संयुक्त सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा चार वर्षों 2017, 2018, 2019 तथा 2020 के लिए एक साथ हुई है। इस तरह, प्रारंभिक परीक्षा राज्य में पांच वर्षों बाद हुई है।
दूसरी ओर इस परीक्षा के प्रथम पाली में जनरल स्टडीज के इतिहास और करेंट अफेयर पेपर में तीन प्रश्न पर परीक्षार्थी सहित एक्सपर्ट ने सवाल उठाये हैं। एक अभ्यर्थी से जब पूछा गया, तो उसने बताया कि ये तीन सवाल में मेरे साथ कई अभ्यर्थियों को भी संदेह था।
जबकि एक्सपर्ट भी मानते हैं कि जनरल स्टडीज के इतिहास और करेंट अफेयर के पेपर में पूछे गये तीन सवाल का विकल्प गलत है।
इस संबंध में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू )के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अशोक नाग का कहना है कि जेपीएससी के पहली सीटिंग के बुकलेट बी में तीन सवाल में अलग-अलग गलती नजर आ रही है।
ऐसे में अभ्यर्थियों को इन सवालों के हल को लेकर काफी माथाचप्पी हुई होगी। विकल्प में इन प्रश्नों के जवाब ही गलत दिये गये हैं।