JSSC-PGT : पेट पालने के लिए नौकरी की जरूरत और नौकरी के लिए भूख हड़ताल करने की मजबूरी। आलम यह कि भूख हड़ताल की वजह से युवक की तबीयत बिगड़ गयी।
साथी युवाओं ने डॉक्टरों से उसका इलाज कराया, लेकिन JSSC और झारखंड सरकार का दिल नहीं पसीज रहा। यहां बात पिछले चार दिनों से राजभवन के समक्ष धरना-प्रदर्शन कर रहे JSSC-PGT अभ्यर्थियों की हो रही है।
शुक्रवार को चौथा दिन था। अर्थशास्त्र (Economics), गणित, अंग्रेजी, इतिहास (History), हिंदी, संस्कृत और कॉमर्स विषय के अभ्यर्थी धरना-प्रदर्शन कर रहे थे।
आंखें मूंदे बैठी सरकार और JSSC नींद से जागे, इसके लिए अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को एकदिवसीय भूख हड़ताल कर रखी थी। भूख हड़ताल कर रहे एक अभ्यर्थी राहुल कुमार की अचानक तबीयत बिगड़ गयी। साथी अभ्यर्थियों ने डॉक्टर से राहुल का इलाज कराया।
Document Verification लटकाये बैठा है JSSC
अभ्यर्थियों का कहना है कि JSSC ने अभी तक उनके डॉक्युमेंट्स का Verification नहीं किया। जबकि, सरकार ने अन्य चार विषयों (Physics, Chemistry, Biology and Geography) के लिए नियुक्ति पत्र देने की तैयारी कर ली है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि एक ही विज्ञापन संख्या में दो बार नियुक्ति पत्र देना अन्य सात विषयों के अभ्यर्थियों के साथ धोखाधड़ी है। अभ्यर्थियों ने सरकार से आचार संहिता लगने से पहले परिणाम जारी कर नियुक्ति पत्र देने की मांग की है।