पटना: बिहार के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में नौ दिनों से जारी जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल गुरुवार रात खत्म हो गई। सभी जूनियर डॉक्टर रात 10 बजे से काम पर लौटने को राजी हो गए।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय व स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के साथ बातचीत के बाद जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जेडीए) ने हड़ताल वापस लेने की घोषणा की।
स्वास्थ्य मंत्री ने जेडीए प्रतिनिधिमंडल को मिठाई खिलाकर हड़ताल समाप्त होने की घोषणा की।
वार्ता के बाद पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जेडीए) के अध्यक्ष डॉ़ हरेंद्र कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री और विभाग के प्रधान सचिव से सौहार्दपूर्ण बातचीत हुई है और आशा व्यक्त की है कि जल्द ही उनकी मांगें पूरी की जाएंगी।
डॉ. कुमार ने बताया कि सभी जूनियर डॉक्टर रात के 10 बजे से काम पर लौट आएंगे।
इससे पहले, स्वास्थ्य मंत्री पांडेय ने जूनियर डॉक्टरों को उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि जेडीए की सभी मांगें सरकार के संज्ञान में हैं।
उन्होंने कहा कि जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के कारण राज्य के मरीजों को थोड़ी परेशानी हुई है।
उन्होंने कहा कि हड़ताली डॉक्टरों का काम पर लौटना नववर्ष अवसर पर राज्य की जनता के लिए अच्छी बात है।
उल्लेखनीय है कि स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर जेडीए 23 दिसंबर से हड़ताल पर चला गया था, जिससे राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मरीजों और उनके परिजनों को परेशानी का समाना करना पड़ रहा है।