नई दिल्ली: भारत की फटकार के बावजूद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत में चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन देने संबंधी अपने विवादास्पद बयान पर अड़े हुए हैं। वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव कार्यालय ने दुनिया में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों का समर्थन किया है।
प्रधानमंत्री ट्रूडो ने भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा उनके नई दिल्ली स्थित उच्चायुक्त को शुक्रवार को तलब किए जाने की परवाह न करते हुए कहा कि कनाडा दुनिया में शांतिपूर्ण प्रदर्शनों का समर्थन करता है।
कनाडा दुनिया में मानवाधिकारों से जुड़े मुद्दे पर बोलता रहेगा। उन्होंने किसान आंदोलन पर उनकी बयानबाजी को लेकर द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचने पर सीधे रूप से कोई टिप्पणी नहीं की।
भारत और कनाडा के कूटनीतिक टकराव के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उत्तरी अमेरिकी देश के नेतृत्व में आयोजित होने वाली कोरोना वायरस संबंधी वीडियो लिंक वार्ता में शामिल न होने का फैसला किया है। विदेश मंत्रालय के अनुसार समयाभाव के कारण विदेश मंत्री बैठक में हिस्सा नहीं ले पायेंगे।
इसी बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने कहा कि वह लोगों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकारों का समर्थन करते हैं। अधिकारियों को इनकी अनुमति देनी चाहिए।