साहिबगंज : समाज में पति द्वारा पत्नी को प्रताड़ित करने के मामले तो अक्सर आते रहते हैं, लेकिन आजकल पत्नी द्वारा पति को प्रताड़ित करने के मामले भी कुछ चर्चित होने लगे हैं।
चंद दिन पहले UP के प्रतापगढ़ (Pratapgarh) की SDM ज्योति मौर्या (SDM Jyoti Maurya) का किस्सा आज तक चर्चा का विषय बना हुआ है।
इस बीच ठीक ऐसा ही एक मामला झारखंड के साहिबगंज (Sahibganj) से सामने आया है।
साहिबगंज में बोरियो प्रखंड के बांझी बाजार के कन्हाई पंडित (Kanhai Pandit) ने दावा किया है कि उसने अपनी पत्नी कल्पना कुमारी (Kalpana Kumari) को पढ़ा-लिखाकर नर्स बनाया। अब वह उसके साथ रहने से मना कर रही है।
नर्स बनाने के लिए खर्च किए 4.5 लाख रुपए
कन्हाई का दावा है कि उसने अपनी पत्नी की पढ़ाई में तकरीबन 4.5 लाख रुपये खर्च किए और जब वह नौकरी करने लगी तो उसे अपनाने से इनकार कर दिया।
शख्स का यह भी कहना है कि उसकी पत्नी 14 अप्रैल 2023 से ही लापता है। पत्नी के साथ उनका 10 साल का बेटा भी है।
28000 रुपए नकद और गहने लेकर फरार
कन्हाई ने अब जिला अदालत, DC और SP के पास आवेदन है। उसका कहना है कि उसने पत्नी को पढ़ाने के लिए गुजरात में मजदूरी की।
ट्रैक्टर चलाया। पत्नी 28 हजार रुपये और ज्वेलरी लेकर भाग गई है। उसने वरीय पदाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई।
साल 2009 में हुई थी दोनों की शादी
जानकारी के मुताबिक, साल 2009 में कन्हाई पंडित और कल्पना कुमारी की शादी हुई थी।
शादी के बाद कल्पना ने आगे पढ़ने की इच्छा जाहिर की।
कन्हाई का कहना है कि उसने आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए पत्नी की पढ़ाई जारी रखने में असमर्थता जताई, लेकिन पत्नी की जिद के आगे मान गया।
कल्पना ने यहां ली 2 साल ANM की ट्रेनिंग
कन्हाई ने पत्नी की पढ़ाई के लिए बोरियो में ही मकान बनवाया और वहीं पत्नी का दाखिला शिबू सोरेन जनजातीय महाविद्यालय (Shibu Soren Tribal College) में करा दिया।
यहां कल्पना ने 5 साल तक पढ़ाई की और फिर नर्सिंग ट्रेनिंग लेने की इच्छा जाहिर की।
कन्हाई ने कर्ज लेकर जमशेदपुर स्थित एक नर्सिंग कॉलेज में कल्पना का दाखिला करा दिया।
कन्हाई का दावा है कि वह खुद पत्नी के साथ जमशेदपुर स्थित नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर में गया।
2 लाख रुपए नकद फीस का भुगतान किया। कल्पना ने 2 साल यहां ANM की ट्रेनिंग ली।
कर्ज भरने के लिए काम करने गुजरात गया
ट्रेनिंग पूरी कर वापस लौटी तो साहिबगंज में ही जुमावती नर्सिंग होम में बतौर नर्स ज्वॉइन किया।
इधर, कन्हाई ट्रैफ्टर चलाकर और मजदूरी करके कर्ज चुकाता रहा। इस बीच एक दिन पत्नी ने उससे कहा कि ऐसे रोजाना 200-250 रुपये की कमाई में कर्ज कैसे उतरेगा।
कहीं बाहर जाकर कमाना चाहिए। कन्हाई ने कहा कि मुझे भी पत्नी की बात सही लगी क्योंकि वह पढ़ी-लिखी थी।
मुझे लगा कि वह परिवार के लिए अच्छा ही सोचेगी। इसलिए मैं कमाने के लिए गुजरात के चला गया।
इस तरह बदल गया पत्नी का व्यवहार
कन्हाई मार्च 2023 में होली से तकरीबन 4 दिन पहले घर लौटा। कन्हाई का आरोप है कि घर वापस आने पर उसने गौर किया कि पत्नी का व्यवहार बदल गया है।
वह दिन और रात ड्यूटी के नाम पर अक्सर घर के बाहर ही रहने लगी। पति-पत्नी जैसा संबंध नहीं रहा। कन्हाई का आरोप है कि मैं पास जाता तो वह झिड़क देती।
होली भी पत्नी ने साथ नहीं मनाई। धीरे-धीरे उसे संदेह होने लगा कि उसकी पत्नी अब उससे रिश्ता नहीं रखना चाहती।
कन्हाई का कहना है कि इसी बीच पत्नी 10 साल के बेटे को लेकर मायके चली गई। आखिरी बार 14 अप्रैल 2023 को बात हुई थी।
इसके बाद से कल्पना का फोन बंद है। मेरा मानसिक और आर्थिक शोषण किया गया।
मैं कर्ज में डूब गया हूं और लेनदार तकादा कर रहे हैं। मुझे न्याय चाहिए।