चेन्नई: मक्कल नीधि माईम (एमएनएम) के नेता कमल हासन ने शनिवार को अन्ना विश्वविद्यालय के वीसी एम.के.सुरप्पा के समर्थन में सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को ईमानदार होने के लिए निशाना बनाया जाता है तो वह चुप नहीं बैठेंगे।
कमल हासन ने इसपर आश्चर्य जताया किक्या सुरप्पा एक अन्य नंबी नारायणन बनेंगे। अंतरिक्ष वैज्ञानिक नारायण को जासूसी मामले में झूठा फंसाया गया था।
अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कमल हासन ने कहा कि सुरप्पा एक ईमानदार व्यक्ति हैं और उन्हें सत्ता के सामने झुकना नहीं चाहिए।
एमएनएम नेता ने कहा कि सुरप्पा तमिलनाडु की तकनीकी शिक्षा को महान ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं, हालांकि, राज्य में भ्रष्टाचारियों को यह बर्दाश्त नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि एक कायर द्वारा लिखे गए गुमनाम पत्र के आधार पर राज्य सरकार ने सुरप्पा के खिलाफ जांच आयोग नियुक्त किया है।
कमल हासन ने राज्य सरकार से पूछा, क्या आपने उन लोगों से पूछताछ की है, जिन्होंने अन्ना विश्वविद्यालय के वाहनों का अनुचित इस्तेमाल किया था?
उन्होंने यह भी पूछा कि क्या विभिन्न मंत्रियों के खिलाफ पूछताछ की गई है जिनके खिलाफ विपक्षी दलों, सामाजिक गतिविधियों और मीडिया द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं?
कमल हासन के अनुसार, मुद्दा एक शिक्षाविद् और राजनीतिज्ञों के बीच नहीं है।
कमल हासन ने कहा, यह एक ऐसे व्यक्ति के बीच लड़ाई है जो ईमानदार है और अन्य, जो भ्रष्ट हैं।
तमिलनाडु सरकार ने मद्रास उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति आर कालियारायसन की अध्यक्षता एक जांच समिति का गठन किया है, जिसमें सुरप्पा के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं की जांच की जाएगी।
सरकार के आदेश के अनुसार, कालियारायसन तीन महीने के समय में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेंगे।
सरकार ने कहा कि आरोप गंभीर प्रकृति के हैं, इसलिए सुरप्पा के खिलाफ जांच कराने का फैसला किया गया है।
सरकार के मुताबिक, उसे सुरप्पा के खिलाफ छह शिकायतें मिली हैं।
इसपर, सुरप्पा ने कहा था कि उन्होंने अपने जीवन में कभी कोई रिश्वत नहीं ली।