कानपुर: गैंगस्टर विकास दुबे के मारे गए सहयोगी अमर दुबे की विधवा पत्नी खुशी दुबे ने आरोप लगाया है कि बिकरू कांड के बाद चार दिनों तक कानपुर पुलिस ने उन्हें अवैध रूप से हिरासत में रखा था।
खुशी ने इस संबंध में कानपुर में विशेष न्यायाधीश, पॉक्सो अदालत में पेश होने के दौरान एक आवेदन दिया है
खुशी ने चार दिनों तक अवैध हिरासत में रखकर उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए अदालत में एक आवेदन दायर किया है।
उसने कहा कि उसे हाल ही में केस डायरी की एक कॉपी मिलने के बाद इस बारे में पता चला, जिसमें उसकी गिरफ्तारी 8 जुलाई को दिखाई गई थी, जबकि पुलिस उसे जबरन उसके घर से 4 जुलाई को ले गई थी।
उनके वकील शिवकांत दीक्षित ने बताया कि बिकरू कांड में एनकाउंटर में मारे गए अमर दुबे की विधवा को भी आरोपी बनाया गया है।
उसके मामले की सुनवाई विशेष न्यायाधीश, पॉक्सो कोर्ट, कानपुर देहात द्वारा की जा रही है।
दीक्षित ने आगे कहा कि अमर दुबे की विधवा सहित आरोपी के खिलाफ आरोप तय करने के संबंध में सोमवार को अदालत में सुनवाई होनी थी, लेकिन उसने अदालत में दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की गुहार लगाई।
उसने दावा किया कि पुलिस कर्मियों ने उसे चार दिनों तक अवैध रूप से हिरासत में रखकर प्रताड़ित किया था। घटना और गिरफ्तारी के समय खुशी नाबालिग थी।
कोर्ट ने मामले में अगली सुनवाई के लिए अब 25 जनवरी की तारीख तय की है।