रांची : श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण समिति के तत्वावधान में चुटिया स्थित प्राचीन श्रीराम मंदिर में बुधवार को कारसेवक सम्मान समारोह का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में अभियान समिति के प्रांत उपाध्यक्ष पद्मश्री मुकुंद नायक उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मिलिंद परांडे ने कहा कि 500 वर्षों तक अपने सांस्कृतिक एवं धार्मिक केंद्र श्रीराम जन्मभूमि को प्राप्त करने के लिए जो त्याग और बलिदान दिया गया और हिन्दू समाज जिस आस्था को संजोए था, आज उसी श्रद्धा का समर्पण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस संघर्ष में महारानी राजकुवंर ने भी महिला सेना बनाकर मुगलों से लोहा लेते हुए बलिदान दी थी। बलिदान का यह सिलसिला 1990 तक चलता रहा।
वर्ष 1990 में भी कारसेवकों पर गोली चलाई गई। ऐसे बलिदानों को समाज कभी नहीं भुला पाएगा।
मिलिंद परांडे ने कहा कि हिंदू समाज का तिरस्कार करना सदियों से परंपरा बन गयी है।
झारखंड की वर्तमान सरकार हिंदू आस्था पर आघात पहुंचाते हुए हिंदू को हिंदू नहीं है कहकर अपमानित कर रही है।
उन्होंने कहा कि संपूर्ण वनवासी समाज का जीवन एवं परंपरा श्रीरामभक्ति से जुड़ा है। संपूर्ण भारत का वनवासी समाज अपने को भगवान राम के प्रति भाव विभोर होकर निधि समर्पण कर रहे हैं।
पद्मश्री मुकुंद नायक ने कहा कि भारतवर्ष के लिए यह सौभाग्य का बात है कि सैकड़ों वर्ष के संघर्ष के बाद हमारे आराध्य देव भगवान श्रीराम का अयोध्या में भव्य मंदिर बन रहा है।
उन्होंने कहा कि विकास की आंधी में भी हमारी सामाजिक, धार्मिक व सांस्कृतिक कड़ी नहीं टूटनी चाहिए। संपूर्ण हिंदू समाज सदियों से प्रकृति पूजा करता रहा है। प्रकृति की पूजा इस राष्ट्र की सांस्कृतिक धरोहर है।
श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निर्माण के जनसंपर्क से इस सांस्कृतिक धरोहर की नींव मजबूत किया जा रहा है।
इस अवसर पर क्षेत्र संगठन मंत्री अकारपु केशव राजू, अभियान प्रांत प्रमुख डॉ. बिरेन्द्र साहु, प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह, अभियान समिति के प्रांत सदस्य राजीव रंजन मिश्रा, श्री राम नगर अभियान प्रमुख कैलाश केसरी, बाबूलाल ठाकुर, महानगर अभियान प्रमुख मिथिलेश्वर मिश्रा, विभाग मंत्री किशुन झा, बैजनाथ सिंह, रवि सिंह सहित अनेकों कार सेवक उपस्थित थे।