गुमला: कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय (Kasturba Gandhi Residential School) घाघरा में पायलट प्रोजेक्ट (Pilot Project) के रूप में सितंबर में शुरू हुए फैशन डिजाइनिंग की कोर्स (Fashion Designing Course) अब अंतिम चरण में है।
60 से अधिक छात्राओं ने इस कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम (Skill Development Training Program) से जुड़ कर फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया।
200 घंटे का कोर्स जो लगभग तीन माह तक चला । इसमें छात्राओं को थ्योरी के साथ साथ प्रैक्टिकल की ट्रेनिंग (Practical Training) भी दी गई।
छात्राओं को कपड़ों की कटिंग से लेकर सिलाई करने जैसे विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण देते हुए उन्हें सिलाई मशीन चलाने के लिए माहिर किया गया।
छात्राओं के बिजनेस में भी जिला प्रशासन की ओर से हर संभव सहायता करने का भरोसा दिलाया
भारत सरकार के “संकल्प परियोजना” के तहत राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्था (NIESBUD) अंतर्गत इस कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत बच्चों को फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करवाया गया।
उपायुक्त सुशांत गौरव ने सभी छात्राओं के कार्यों को देखते हुए उसकी सराहना की। उन्होंने इस प्रकार के कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम को आगे भी चलाते रहने की बात कही।
उन्होंने छात्राओं के बिजनेस में भी जिला प्रशासन की ओर से हर संभव सहायता करने का भरोसा दिलाया ।