नई दिल्ली: दिल्ली सरकार (Delhi Goverment) नगर की सड़कों को विश्वस्तरीय बनाने के लिए जर्मन विशेषज्ञों की मदद लेने पर विचार कर सकती है। दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को यह जानकारी दी।
भारत में जर्मनी के राजदूत फिलिप एकरमैन से मुलाकात के बाद केजरीवाल ने यह बयान दिया।
ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग के अवसरों पर चर्चा
एकरमैन (Ackerman) ने कहा कि दोनों पक्षों ने शासन तथा बुनियादी ढांचा विकास, अपशिष्ट प्रबंधन और ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग के अवसरों पर चर्चा की।
अवसर समेत शासन पर मेरी व्यापक चर्चा
उन्होंने Tweet किया, ‘‘ दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ दिल्ली स्कूल प्रणाली, बुनियादी ढांचा विकास, अपशिष्ट प्रबंधन और ऊर्जा में सहयोग के अवसर समेत शासन पर मेरी व्यापक चर्चा हुई।’’
मुख्यमंत्री की तारीफ की
Delhi Goverment ने एक बयान में कहा कि जर्मन राजदूत ने दिल्ली सरकार के विद्यालयों एवं अस्पतालों में लाये गये ‘क्रांतिकारी बदलावों’ को लेकर CM की तारीफ की।
चार से पांच साल में सरकारी विद्यालयों को विश्वस्तरीय बनते देखना
बयान में एकरमैन के हवाले से कहा गया है, ‘‘दिल्ली में सरकारी विद्यालयों में (Delhi Goverment School) बदलाव देखकर मुझे खुशी होती है, पहले सरकारी विद्यालयों की स्थिति बहुत खराब थी लेकिन अब वे पूरे भारत में सबसे अलग हैं। बस चार से पांच साल में सरकारी विद्यालयों को विश्वस्तरीय बनते देखना आश्चर्यजनक है।’’
जर्मन विशेषज्ञता की पेशकश
बयान के अनुसार राजदूत ने दिल्ली सरकार के स्कूलों का दौरा करने की इच्छा भी प्रकट की तथा प्रदूषण रोकथाम उपायों समेत विभिन्न मुद्दों पर सरकार को जर्मन विशेषज्ञता की पेशकश की।
प्रधानाध्यापाकों को प्रशिक्षण दिया
केजरीवाल ने जर्मन राजदूत (German Ambassador) से कहा कि दिल्ली सरकार ने (Delhi Goverment) अत्याधुनिक सरकारी स्कूल ढांचा तैयार किया, शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापाकों को प्रशिक्षण दिया ।
विशेषज्ञों की मदद लेने पर विचार
CM ने अभियंताओं के प्रशिक्षण (Training Of Engineers) का हवाला देते हुए कहा, ‘‘हम दिल्ली की सड़कों को विश्वस्तरीय बनाना चाहते हैं और हम इस संबंध में जर्मन विशेषज्ञों की मदद लेने पर विचार कर सकते हैं।’’