पंजाब: लगभग 1 सप्ताह से Punjab Police की भारी-भरकम टीम खालिस्तान समर्थक (Pro Khalistan) अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) को पकड़ने में जी-जान से जुटी हुई है,लेकिन अब भी वह पकड़ से बाहर है।
एक कामयाबी (Success) की बात जरूर है कि उसके 154 सहयोगियों और समर्थकों को अरेस्ट किया जा चुका है।
इनमें से 7 को असम के डिब्रूगढ़ की जेल (Dibrugarh Jail) में रखा गया है। इनमें अमृतपाल का चाचा भी शामिल है।
डिब्रूगढ़ की जिस जेल में इन लोगों को रखा गया है, वहीं सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई है।
जेल में कई लेयर में सिक्योरिटी
जेल के बाहर और अंदर कई लेयर में सिक्योरिटी अरेंजमेंट (Security Arrangement) किया गया है।
यहां तक कि असम पुलिस कमांडोज (Assam Police Commandos) की ब्लैक पैंथर टीम (Black Panther Team) को तैनात किया गया है।
इसके अलावा जेल के अंदर CRPF के जवान, असम पुलिस और जेल सुरक्षा गार्ड की तैनाती की गई है।
डिब्रूगढ़ के डिप्टी कमिश्नर बिस्वाजीत पेगु ने बताया कि जेल में अमृतपाल के चाचा समेत 7 लोगों को रखा गया है।
जेल में मल्टी लेयर सिक्योरिटी व्यवस्था (Multi Layer Security System) की गई है।
जेल की बाहरी बाउंड्री पर CCTV
जेल सूत्रों के मुताबिक, Black Panther असम पुलिस कमांडो की एक टीम को जेल की बाहरी बाउंड्री को सुरक्षित रखने का जिम्मा सौंपा गया है, जबकि CRPF, असम पुलिस कर्मियों और जेल प्रहरियों को आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी मिली है।
जेल की बाहरी बाउंड्री में CCTV लगाए गए हैं। डिब्रूगढ़ जेल में Amritpal के चाचा हरजीत सिंह के अलावा दलजीत कल्सी, बसंत सिंह, गुरमीत सिंह, भगवंत सिंह, कुलवंत सिंह धालीवाल, गुरिंदर पाल सिंह को रखा गया है।
‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का प्रमुख
अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे संगठन (Waris Punjab De Sangathan) का प्रमुख है। इसे अभिनेता दीप सिद्धू ने बनाया था।
दीप सिद्धू की पिछले साल फरवरी में सड़क हादसे में मौत हो गई थी। दीप सिद्धू लाल किला हिंसा का आरोपी भी था।
दीप सिद्धू की मौत के बाद दुबई से लौटे अमृतपाल सिंह ने संगठन की कमान संभाली।
दीप सिद्धू की मौत के बाद ‘वारिस पंजाब दे’ Website बनाई और लोगों को जोड़ना शुरू कर दिया था।