खूंटी: उग्रवादियों और नक्सलियों से लोगों को सुरक्षा देने के लिए हर समय मुश्तैद सीआरपीएफ के जवानों ने मंगलवार को एक अलग ही उदाहरण पेश किया, जिसकी हर ओर प्रशंसा हो रही है।
सीआरपीएफ 94 बटालियन के जवानों ने एनिमिया से ग्रसित एक छात्र के लिए रक्तदान कर उसे नया जीवन दिया। जानकारी के अनुसार घोर नक्सल प्रभावित कुरूंगा गांव का 16 वर्षीय छात्र जगन्नाथ संपत एनिमिया से गंभीर रूप से पीड़ित है।
उसका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। चिकित्सकों ने बताया कि उसे यदि तत्काल खून नहीं मिला, तो उसकी जान को खतरा हो सकता है। सिविल सर्जन ने सीआरपीएफ 94 बटालियन के अधिकारियों को मामले की जानकारी दी और रक्तदान करने की अपील की।
बटालियन के कमांडेंट राधेश्याम सिंह को इस बात की जानकारी मिलते ही उन्होंने दो जवानों नवीन कुमार और रीतेश कुमार को रक्त्दान के लिए सदर अस्पताल भेजा।
दोनों ने वहां स्वेच्छा से रक्तदान किया और जगन्नाथ की जान बचायी। कमांडेंट ने कहा कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का सर्वोपरि कर्तव्य जनता की सेवा है। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के साथ ही आम नागरिकों की सेवा भविष्य में भी सीआरपीएफ करती रहेगी।