खूंटी: राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकारी नई दिल्ली के निदेश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में शनिवार को व्यवहार न्यायालय खूंटी में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया,
जिसका उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधिश और डालस के अध्यक्ष सत्य प्रकाश ने किया।
विभिन्न सुलहनीय मामलों के निष्पादन के लिए लोक अदालत में छह बेंच का गठन किया गया था। प्रथम बेंच में अपर जिला जज प्रथम संजय कुमार,
अधिवक्ता मिलन दास और अरूण कुमार सिंह थे, जबकि दूसरी बेंच में अपर जिला जज द्वितीय सत्यकाम प्रियदर्शी, स्थायी लोक आदलत के सदस्य गौतम कुमार घोष और अधिवक्ता जुनुल होरो शामिल थे।
तृतीय बेंच में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सत्यपाल, अधिवक्ता कविता कुमारी बोयार सिंह नाग, चतुर्थ बेंच में अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी श्रीमी तबिंदा खान, अधिवक्ता आशीष कुमार और अधिवक्ता विजय कुमार दास थे,
वहीं पांचवीं बेंच में न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम दिनेश बाऊरी, अधिवक्ता प्रभात टोपनो और अधिवक्ता राजेश कुमार और छठी बेंच में न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम तुषार आनंद, अधिवक्ता मुकुल कुमार पाठक और अधिवक्ता प्रकाश कुमार शामिल थे।
लोक अदालत में दिवानी और फौजदारी न्यायालय के सभी सुलहनीय प्रकृति के सभी मामले, बैंक के मामले, माटरवाहन अधिनियम, नगर पंचायत, जिला परिवहन विभाग, वन विभाग और उत्पाद, बिजल विभाग से संबंधित मामले आये।
डालसा के सचिव मनोरंज कुमार ने बताया कि लोक अदालत की छह बेंच में 26291 मामलों का निष्पादन किया गया और चार करोड़ 63 लाख 11 हजार 836 रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई।
निष्पादित मामलों में 118द मामले न्यायालय में लंबित थे। मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष और प्रधान जिला जज सत्य प्रकाश ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत
का मुख्य उद्देश्य लोगों को कोर्ट-कचहरी का चक्कर काटने से बचाना और आपसी समझौते के आधार पर लोगों को त्वरित न्याय दिलाना है।
उन्होंने कहा कि पैसे के अभाव में कोई भी नागरिक न्याय से वंचित न रहे।