खूंटी: सिमडेगा जिले के कोलेबिरा थाना क्षेत्र के बेसराजारा में पांच जनवरी को भाजपा कार्यकर्ता संजू प्रधान को मोब लिंचिंग के तहत जिंदा जला देने की घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी की अगुवाई में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को घटनास्थल पर पहुंचा और पीड़ित परिवार से मिलकर घटना जानकारी ली।
बाबूलाल मरांडी ने शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी।
मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ता की हत्या एक सुनियोजित साजिश के तहत की गई है।
उन्होंने कहा कि घटना में जितना दोषी ग्रामीण हैं, उससे ज्यादा दोषी पुलिस है, क्योंकि पुलिस के सामने ही भाजपा कार्यकर्ता की पिटाई करने के बाद उसे जिंदा जला दिया गया,
जबकि मृतक की पत्नी पुलिस वालों के पैर पकड़ कर हवाई फायरिंग के लिए गिड़गिड़ाती रही।
मरांडी ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि मृतक की पत्नी का सादा कागज पर हस्ताक्षर लेना और पीड़ित पक्ष के परिवार वालों को ही गिरफ्तार कर जेल भेजना, पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करते हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की कि अविलंब सिमडेगा एसपी और ठेठईठांगर थाना प्रभारी को बर्खास्त कर उन पर ड्यूटी में लापरवाही बरतने और हत्या में सम्मिलित होने का मामला चलाया जाए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पीड़ित परिजनों के साथ है और इस सुनियोजित मॉब लिंचिंग की सीबीआई जांच कराकर रहेगी।
इससे पूर्व मृतक की पत्नी ने पूर्व मुख्यमंत्री को घटना के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। मौके पर एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद समीर उरांव, भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री सह रांची की मेयर आशा लकड़ा, पूर्व मंत्री विमला प्रधान,
पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर, प्रदेश मंत्री मुनेश्वर साहू, प्रदेश सह प्रवक्ता अशोक बड़ाईक, पूर्व विधायक शिव शंकर उरांव, सिमडेगा जिला अध्यक्ष लक्ष्मण बड़ाईक, केंद्रीय मंत्री के सांसद प्रतिनिधि सुशील श्रीवास्तव, नरेंद्र बड़ाईक आदि मौजूद थे।