खूंटी: पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के दो वांछित सकिय सदस्यों को शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
मौके पर पुलिस ने विधि विवादित एक नाबालिग को भी निरुद्ध किया है। गिरफ्तार उग्रवादियों में रनिया थाना क्षेत्र के डाहू पुरना पानी गांव का विश्राम कोंगाड़ी उर्फ मोटा और उड़ीकेल बड़का टोली निवासी कुलेन कोंगाड़ी शामिल है।
दोनों उग्रवादियों की पुलिस को लंबे समय से तलाश थी। रविवार को एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि शनिवार को उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि फरार उग्रवादी विश्राम सुरीन उर्फ का मोटा का अपने दस्ते के साथ रनिया थाना के रंगरोड़ी गांव के आसपास भ्रमणशील है।
सूचना के सत्यापन के बाद रनिया थाना पुलिस रंगरोड़ी गांव में छापेमारी करने गयी। पुलिस को देखते ही तीन लोग एक मोटरसाइकिल से भागने लगे।
पुलिस के जवानों ने उन्हें खदेड़कर पकड़ लिया। बाद में उनकी पहचान वांछित उग्रवादी विश्राम और कुलेन के रूप में हुई।
मौके पर एक नाबालिग को भी निरुद्ध किया गया। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से एक जिंदा गोली, चंदा रसीद, पीएलएफाआई के पर्चे, मोटरसाइिकल और मोबाइल बरामद किये गये।
पुराना आपराधिक इतिहास है विश्राम और कुलेन का
पुलिस की गिरफ्त आये दोनों वांछित उग्रवादी विश्राम कोंगाड़ी और कुलेन कोंगाड़ी की लंबे समय से पुलिस को तलाया थी।
हत्या, अपहरण, आम्र्स एक्ट, उग्रवादी हिंसा सहित कई संगीन धाराओं के तहत विश्राम के खिलाफ तोरपा, रनिया और बानो थाने में पहले से ही सात मामले दर्ज हैं।
उसके खिलाफ तोरपा थाने में चार, रनिया में दो और सिमडेगा जिले के बानो थाना में एक मामला दर्ज है। दुूसरे गिरफ्तार उग्रवादी कुलेन कोंगाड़ी के खिलाफ भी तोरपा थाने में तीन और कमडारा और रनिया थाना में एक-एक मामला दर्ज है।
गिरफ्तार उग्रवादियों ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि वे पीएलएफआई के प्रचार और संगठन के विस्तार को लेकर रंगरोड़ी गांव के पास जमा हुए थे।