खूंटी: पद्मभूषण अलंकरण से सम्मानित लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष और स्वामी दयानंद नेत्रालय यूनिट एसजीवीएस हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अनिगड़ा के चेयरमैन कडिया मुंडा और सचिव डॉ निर्मल सिंह ने जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को पत्र लिखकर सांसद निधि से सिमडेगा आई यूनिट के लिए सर्जरी उपस्कर उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।
केंद्रीय मंत्री को लिखे पत्र में कड़या मुंडा ने कहा कि नीति आयोग से पंजीकृत संस्था सर्वांगीण ग्राम विकास संस्था झारखंड के जनजातीय जिलों में शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वरोजगार के क्षेत्र में वर्ष 1988 से कार्य कर रही है।
इसी कड़ी में राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम, भारत सरकार और साइट सेवर्स इंडिया, यूके के साथ मोतियाबिंद और आंख से सम्बंधित अन्य बीमारियों का इलाज संस्था की दो इकाई सिमडेगा तथा खूंटी में किया जाता है।
अब चाईबासा जिले में भी यह प्रस्तावित है।
हमारी योजना है कि खूंटी, सिमडेगा और चाईबासा के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रो में आँखों की स्क्रीनिंग हो और मोतियाबिंद के रोगियों को ज्यादा से ज्यादा नेत्र चिकित्सा की सुविधा मिल सके।
कहा गया कि अप्रैल–जून 2021 में एसजीवीएस अस्पताल में जिला कोविड अस्पताल के अंतर्गत 50 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड के साथ नि:शुल्क कोविड डेडिकेटेड कार्य कर रहा था। अस्पताल पांच जनजातीय जिलों के 12 लाख लोगों को अपनी सेवा देता है।
वर्तमान में खूंटी और सिमडेगा में मोतियाबिंद की सर्जरी हो रही है। इसके लिए सर्जरी के लिए दो यूनिट ऑपरेशन थिएटर और उपस्कर की आवश्यकता है।