प्रयागराज महाकुंभ में विदेशी पर्यटकों का तांता, टूरिज्म के सभी रिकॉर्ड टूटे

Digital Desk
2 Min Read
#image_title

Prayagraj Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 ने पर्यटन के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। दुनिया भर से आए 55 लाख विदेशी पर्यटकों की आमद ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

पर्यटन विभाग के मुताबिक, इस बार के महाकुंभ में 73 देशों के राजनयिकों और 116 देशों के श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई।

टेंट सिटी से अर्जित हुई करोड़ों की कमाई

महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में पर्यटन निगम ने टेंट सिटी के माध्यम से 100 करोड़ रुपये की आय अर्जित की। आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित टेंट सिटी की ऑनलाइन बुकिंग देश-विदेश के श्रद्धालुओं के बीच लोकप्रिय रही।

वहीं, निजी फर्मों को भी 73.45 करोड़ रुपये की आमदनी हुई।

विदेशी पर्यटकों की बड़ी संख्या

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह के मुताबिक, वर्ष 2019 के कुंभ में 10.30 लाख विदेशी पर्यटक आए थे, जबकि इस बार संख्या 55 लाख तक पहुंच गई।

- Advertisement -
sikkim-ad

नेपाल, अमेरिका, ब्रिटेन, श्रीलंका, कनाडा और बांग्लादेश के अलावा जापान, जर्मनी, फ्रांस और ब्राजील जैसे देशों से भी बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे।

साहसिक खेलों से हुई मोटी कमाई

महाकुंभ में पवन हंस हेलिकॉप्टर राइड से 50 लाख रुपये की कमाई हुई। इसके अलावा जल क्रीड़ा और साहसिक खेलों के संचालन से ईचेट काग्लोमेरेट प्रा. लि. ने भी 50 लाख रुपये की कमाई की।

हजारों लोगों को मिला रोजगार

महाकुंभ के दौरान स्थानीय युवाओं, श्रमिकों, कलाकारों, कुक, वेटर, इलेक्ट्रिशियन और पुरोहितों को करीब दो हजार से अधिक रोजगार के अवसर मिले।

पर्यटन निगम के मुताबिक, इस आयोजन से स्थानीय कारोबारियों और हस्तशिल्प से जुड़े लोगों को भी काफी लाभ हुआ है।

पर्यटन के क्षेत्र में नया मुकाम

केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन-दो योजना के तहत प्रयागराज को चुना गया है, जिससे भविष्य में पर्यटन को और ऊंचाइयों पर ले जाने की उम्मीद है।

महाकुंभ के सफल आयोजन ने प्रयागराज को विश्व पर्यटन मानचित्र पर एक नई पहचान दिलाई है।

Share This Article