खूंटी : आदर्श बालिका उच्च विद्यालय खूंटी (Adarsh Girls High School Khunti) के सभागार में शनिवार को विश्व स्तनपान सप्ताह (World Breastfeeding Week) के तहत जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त लोकेश मिश्र, जिला परिषद अध्यक्ष मसीह गुड़िया, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी और अन्य अधिकारियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से गांव-गांव में स्तनपान के फायदे, सुरक्षित तरीके से स्तनपान कराना आदि से संबंधित जानकारियां सहज रूप से उपलब्ध कराई जा रही हैं।
विश्व स्तनपान सप्ताह कार्यक्रम को लेकर DC ने कहा कि स्तनपान नवजात के स्वास्थ्य के लिए जीवन अमृत है। जन्म के तुरंत बाद से कराया जाने वाला स्तनपान न सिर्फ उन्हें कई गंभीर रोगों से बच्चे को बचाता है, बल्कि उनके संपूर्ण विकास की सबसे महत्वपूर्ण सीढ़ी है।
इसलिए स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए एक से सात अगस्त को विश्व स्तनपान सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है, ताकि नवजात के स्वास्थ्य में स्तनपान की भूमिका के प्रति जागरूकता प्रदान कर सामुदायिक भागीदारी को बढ़ाया जा सके।
शिशु का स्वास्थ्य एक गम्भीर विषय है।
उन्होंने बताया कि खूंटी जिले में स्थानीय खिलाड़ियों में प्रतिभा है। हमें खिलाड़ियों को उचित पोषण उपलब्ध कराने की दिशा में भी कार्य करना है। उन्होंने सहायिकाओं एवं किशोरियों द्वारा लगाए गए स्टॉल की सराहना की।
उन्होंने कहा कि इन प्रभावशाली माध्यमों से लोगों को जागरूक करने का प्रयास करना आवश्यक है। इसमें सेविकाओं और सहायिकाओं की भूमिका अहम है।
उन्होंने बताया कि शिशु का स्वास्थ्य एक गम्भीर विषय है। हम सभी को यह समझने की आवश्यकता है कि किस प्रकार हम शिशु के उचित स्वास्थ्य को सुनिश्चित करें, इसके लिए सबसे अहम है स्तनपान।
मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष ने कहा कि शिशु के लिए स्तनपान संरक्षण और संवर्धन का काम करता है। रोग प्रतिरोधात्मक शक्ति नवजात बच्चे में नहीं होती है।
दूध पिलाने के लिए ब्रेस्ट पंप का करें उपयोग
यह शक्ति मां के दूध से शिशु को हासिल होती है। उन्होंने बताया कि विश्व स्तनपान सप्ताह को लेकर जिले में विशेष जागरूकता अभियान चलाये गए है।
पोषण देश रौशन, सही समय पर स्तनपान कराने, पौष्टिक आहार आदि की जानकारियां दी गयी है। जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने जानकारी दी कि अपने बच्चे को स्तनपान कराने से पहले, अपने हाथों को कम से कम 20 सेकेंड तक साबुन और पानी से धोना न भूलें।
अगर आप खुद कोविड पॉज़िटिव है, तो बच्चे को दूध पिलाने के लिए ब्रेस्ट पंप का उपयोग करें। ब्रेस्ट पंप को किसी के साथ शेयर न करें और सुनिश्चित करें कि आप हर उपयोग के बाद पंप को अच्छी तरह से साफ करें।
प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया
बच्चे को स्तनपान कराते समय मास्क का उपयोग अवश्य करें।कार्यशाला के दौरान सभी प्रखंड की सी डी पी ओ, तेजस्विनी की कॉर्डिनेटर द्वारा विभिन्न जानकारियां साझा की गई।
इस दौरान बताया गया कि माँ के दूध में लेक्टोफोर्मिन नामक तत्त्व होता है, जो बच्चे की आंत में लौह तत्त्व को बांध लेता है। मां के दूध से आए साधारण जीवाणु बच्चे की आंत में पनपते हैं और रोगाणुओं से प्रतिस्पर्धा कर उन्हें पनपने नहीं देते।
मां के दूध में रोगाणु नाशक तत्त्व होते हैं। विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं (Winners of Competitions) को पुरस्कृत किया गया। इसमें पोस्टर प्रतियोगिता, पोषक आर्ट प्रतियोगिता, निबंध लेखन व उत्कृष्ट स्टॉल के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।