Khunti Aapki Yojna Aapki Sarkar: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि राज्य में वर्ष 2021 से “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” कार्यक्रम का आयोजन शुरू हुआ है।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ खूंटी के इस पावन भूमि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जन्म स्थल उलिहातु से हुआ था। वर्ष 2022 में भी इसका आयोजन किया गया और अब 2023 में तीसरे चरण के तहत राज्य के सभी पंचायत और गांव में इसका आयोजन उत्सव के रूप में किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को खूंटी के कचहरी मैदान में आयोजित “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” कार्यक्रम (Aapki Yojna Aapki Sarkar) में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान सभी की जरूरत है।
इसके बिना जीवन यापन मुश्किल है लेकिन झारखण्ड के जरूरतमंदों के लिए आठ लाख आवास की स्वीकृति केंद्र सरकार ने नहीं दी। अब हमारी सरकार राज्य संपोषित अबुआ आवास योजना के तहत अर्हता प्राप्त जरूरतमंद को योजना से आच्छादित कर रही है।
यह तीन कमरों का सुसज्जित आवास होगा। केंद्र सरकार की अनदेखी के बाद यहां के लोगों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना राज्य सरकार के लिए जरूरी था। पूर्व में 11 लाख राशन कार्ड रद्द कर दिया गया लेकिन आपकी सरकार ने 20 लाख लोगों को हरा राशन कार्ड से आच्छादित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 से पूर्व आखिर ऐसा क्या कार्य हुआ था कि ये विगत दो चरणों में हमें समस्याओं के लाखों आवेदन प्राप्त हुए। बुजुर्गों, दिव्यांगों, छात्र-छात्राओं, युवाओं, महिलाओं सभी की अपनी-अपनी समस्याएं थी।
इससे प्रतीत हुआ कि पूर्व में प्रखंड में कार्यरत पदाधिकारी और कर्मी एवं जिला मुख्यालय में कार्यरत अधिकारियों और कर्मियों ने कभी गांव-पंचायत का रुख नहीं किया और न ही पूर्व में इन समस्याओं को दूर करने के प्रति संवेदनशीलता दिखाई गई लेकिन आज अर्हता प्राप्त सभी जरूरतमंदों को राज्य सरकार पेंशन दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वजन पेंशन योजना लागू करने वाला झारखंड देश का पहला राज्य है। सभी जरूरतमंदों को सामाजिक सुरक्षा से जोड़ना हमारा कर्तव्य है। हमारी सरकार आने वाले समय में भी जनहित का कार्य निरंतर करती रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब ऐसा कोई घर नहीं जहां सरकार की योजना का लाभ नहीं मिला हो। अब स्थिति बदल गई है। पदाधिकारी और कर्मी अब पूरे ब्लॉक ऑफिस के संसाधनों के साथ आपके द्वार पर बैठे हुए हैं।
महिलाओं की बदौलत हमने लम्बी लड़ाइयां जीती : मुख्यमंत्री
अब हाथों-हाथ आय प्रमाण पत्र ,जाति प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, सावित्रीबाई फुले किशोरी योजना, साइकिल वितरण योजना सहित अन्य योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
हमारी सरकार का प्रयास है कि योजनाओं का लाभ लेने के लिए आपको ब्लॉक या जिला कार्यालय जाने की जरूरत न पड़े। इसलिए इन्हें आपके द्वार में बैठा दिया है। यदि इस कार्य में कोई भी बिचौलिया सामने आता है, तो इसकी जानकारी दें। उस पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब परिवार की सभी बेटियों को सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना का लाभ मिलेगा। 12वीं के बाद भी उच्च शिक्षा में सरकार झारखंड की बेटियों को आर्थिक सहयोग करेगी।
बेटियां सिर्फ डिग्री नही लेंगी, बल्कि इससे आगे इंजीनियरिंग, डॉक्टर, लॉ आदि समेत अन्य उच्च शिक्षा की ओर भी अग्रसर हो सकेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार यहां के छात्र-छात्राओं को गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत आर्थिक मदद करेगी।
साथ ही यदि आप विदेश में उच्च शिक्षा लेने की इच्छा रखते हों तो आपको मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत आपको शत-प्रतिशत स्कॉलरशिप प्रदान किया जाएगा। वर्तमान में खूंटी, सिमडेगा और गुमला समेत अन्य जिला की बेटियां विदेश में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहीं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की बदौलत हमने लम्बी लड़ाइयां जीती हैं। कोरोना संक्रमण काल में गांव की महिलाओं ने सरकार को बड़ी मजबूती के साथ सहयोग दिया है। इस महामारी में उन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर निःशुल्क भोजन कराया था।
अब खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि भी दिया जाएगा
मुझे इस बात का दुःख होता है कि कई महिलाएं हाट-बाजार में हड़िया-दारू बेचने का कार्य करती हैं, इससे हमारा समाज पीछे जाएगा और कुछ लोगों ने इसे सुनियोजित व्यापार का माध्यम बना लिया है।
मैं उन महिलाओं से कहना चाहूंगा कि राज्य सरकार आपके लिए फूलो झानो आशीर्वाद योजना लेकर आयी है। अब आप अपने माथे पर जो हड़िया-दारू नहीं, बल्कि सरकार की योजना लेकर चलिए फिर देखिएगा आप और समाज कितने मान-सम्मान के साथ आगे बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, झारखण्ड की बेटियां खेल के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। जिला स्तर पर एस्ट्रोटर्फ मैदान बनाने का कार्य आपकी सरकार ने किया है। हमने नई खेल नीति बनाई है।
अब खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि भी दिया जाएगा। आने वाले समय में खिलाड़ियों को नौकरी में भी हिस्सा देने का विचार कर रहें हैं। हम बेटियों को और मजबूती प्रदान कर सकें।
महिला हॉकी चैंपियनशिप (Women’s Hockey Championship) का आयोजन झारखंड में जिस प्रकार किया गया यह ऐतिहासिक आयोजन था। हमें नहीं लगता है कि इस तरह का आयोजन देश के किसी भी राज्य में किया गया हो। आने वाले वर्षों में भी इसी तरह के अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय खेल आयोजन झारखंड में होंगे यह राज्य सरकार का प्रयास है।