खूंटी: जिले में सितंबर माह में हुई बारिश ने पिछले छह साल का रिकार्ड तोड़ दिया हुई है। इस वर्ष सितंबर महीने में सर्वाधिक 302.5 मिमी औसत बारिश दर्ज की गयी है, जो सामान्य वर्षापात 231.4 मिमी से काफी अधिक है। सितंबर माह में औसत से 71.1 मिमी अधिक बारिश हुई है।
हालांकि अन्य महीनों में वर्षानुपात सामान्य ही रहा। हालांकि सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश होने के बावजूद खरीफ फसल को कोई नुकसान नहीं हुआ है।
अगर पिछले छह सालों में सितंबर महीने के वर्षापात का आंकड़ा देखें, तो सबसे अधिक बारिश 2019 में 196.1 मिमी बारिश हुई थी, जबकि सबसे कम बारिश 2015 में 41.9 मिमी हुई थी।
जानकारों को कहना है कि सितंबर माह में आमतौर पर भारी बारिश नहीं होती है, लेकिन इस साल सितंबर की बारिश पिछले छह सालो का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
खूंटी जिले में वर्षा के आंकड़ों में सितंबर माह को देखें, तो 2014 में 413.9 मिमी, 2015 में 41.9 मिमी, 2016 में 174.8 मिमी, 2017 में 174.8 मिमी, 2018 में 138.2 मिमी, 2019 में 196.1 मिमी तथा 2020 में 157.2 बारिश हुई थी।
आंकड़ों के अनुसार पिछले साल से इस साल सितंबर में दोगुनी बारिश हुई है। वैसे जुलाई और अगस्त महीने में हुई बारिश ने किसानों को खुशियों से भर दिया है। पूरा सितंबर और अक्टूबर के शुरुआती तीन दिनों में जमकर बारिश होने से अभी से ही ठंड का अहसास होने लगा है।
खूंटी जिले में सितंबर माह की औसत बारिश
जिले में एक सितंबर को 3.8, दो को 2.5, तीन को 0.0, चार को 5.6, पांच को 1.5, छह को 0.5, सात को 3.2, आठ को 1.7, नौ को 0.0, 10 को 2.5, 11 को 1.3, 12 को 10.3, 13 को 16.1, 14 को 24.1, 15 को 102.7, 16 को 15.0, 17 को 0.0, 18 को 0.0, 19 को 10.4, 20 को 24.5, 21 को 5.4, 22 को 29.4, 23 को 24.8, 24 को 0.3, 25 को 0.0, 26 को 0.0, 27 को 0.9, 28 को 4.1, 29 को 2.4, 30 को 9.3 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गयी है। वहीं जिले में पिछले चार माह का सामान्य वर्षपात 1100.2 मिमी है, जिसमें इस वर्ष 1094.4 मिमी औसत बारिश हुई।
सितंबर में सबसे अधिक अड़की और सबसे कम तोरपा प्रखंड में बारिश हुई
जिले में अगर प्रखंडवार सितंबर का वर्षापात देखें, तो सबसे अधिक 441.2 मिमी बारिश अड़की प्रखंड में हुई है। इसी तरह सबसे कम बारिश तोरपा प्रखंड में 157.7 मिमी हुई है।
अन्य प्रखंडों में कर्रा प्रखंड में 349.6 मिमी, मुरहू में 334.6 मिमी, खूंटी प्रखंड में 349 मिमी, रनिया प्रखंड में 183 मिमी तथा अड़की प्रखंड में 441.2 मिमी बारिश हुई है।
धान एवं सब्जियों की खेती के लिए वरदान : कृषि पदाधिकारी
खूंटी के जिला कृषि पदाधिकारी संतोष लकड़ा ने कहा कि मानसूनी वर्षा अब समाप्ति की ओर है, पर अक्टूबर माह के प्रथम सप्ताह तक वर्षा देखने को मिल सकती है।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हुई बारिश धान एवं सब्जियों की खेती के लिए वरदान साबित होगी, इस समय किसी भी प्रकार की कीट एवं खर-पतवार नाशक दवा का छिड़काव न करें। मौसम साफ़ होने पर ही इनका छिड़काव करें।
धान की फसल लगे खेतों के मेढ़ों को दुरुस्त रखें और अरहर, कुल्थी, मूंगफली आदि दलहनी फसलों के साथ-साथ पहले से बोई गई सब्जियों के खेतों में जल निकास का उचित प्रबंध बनाये रखें।