Rape of Female Prisoner in Jail: खूंटी जेल में महिला कैदी (Female Prisoner) के साथ दुष्कर्म (Rape), फिर प्रेग्नेंट होने पर जेल अस्पताल में ही अबॉर्शन कराने का मामला सामने आया है।
इस मामले से जुड़ी एक चिट्ठी वायरल हो रही है, जो राष्ट्रीय महिला आयोग, जेल IG और खूंटी DC के नाम लिखी गई है।
हालांकि, चिट्ठी सही है या नहीं इसके बारे में अभी कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन DC ने एक कमेटी बनाकर इसकी जांच शुरू कर दी है।
खूंटी SDO अनिकेत सचान ने कहा कि जिस महिला के नाम से पत्र है, वह महिला शादीशुदा नहीं है। उसे दूसरी जेल से खूंटी जेल (Khunti Jail) में शिफ्ट किया जा रहा था, तब मेडिकल जांच के दौरान उसके प्रेग्नेंट होने का पता चला था।
महिला कैदी (Female Prisoner) ने खुद आवेदन देकर अबॉर्शन कराने की बात कही थी। इसकी जानकारी कोर्ट को दी गई। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद सदर अस्पताल में Abortion कराया गया था। यह मामला डेढ़ महीने पुराना है।
SDO ने कहा कि जहां तक चिट्ठी की बात है तो किसी भी तरह का आवेदन कोई कैदी सीधे नहीं भेज सकता है। जेल से कोई भी चिट्ठी मेरे माध्यम से ही जाएगी।
कारापाल और जमादार पर आरोप
पीड़ित महिला ने लिखी चिट्ठी में जेल के कारापाल और जमादार पर रेप करने और प्रेग्नेंट होने पर Abortion कराने का आरोप लगाया है। चिट्ठी में यह भी लिखा है-कारापाल और जमादार विनोद पांडेय जेल से छोड़ने का प्रलोभन देकर कार्यालय में ले जाकर एक महीने तक शारीरिक संबंध बनाया। इस वजह से मैं प्रेग्नेंट हो गई।
प्रेग्नेंट होने की जानकारी कारापाल को मिली तो उसने मुंह बंद रखने की धमकी दी और कहा किसी को बताई तो जेल में सड़ा देंगे। इसके बाद जेल अस्पताल में अबॉर्शन करा दिया।
महिलाओं के शोषण करने का आरोप
महिला कैदी (Female Prisoner)ने 11 मई को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में उसने लिखा है कि यह पत्र एक महिला कैदी से छिपाकर भेजवा रही हूं, जो छूटने वाली है। ऐसा इसलिए करना पड़ रहा है, क्योंकि जेल में हमे आवेदन नहीं लिखने दिया गया। चिट्ठी लिखने वाली महिला खुद को पंजाब के लुधियाना की रहने वाली बताती है।
चिट्ठी में यह भी लिखा है कारापाल और जमादार जेल में पिछले आठ सालों से जमे हैं। ये दोनों मोबाइल में गंदा वीडियो रखते हैं, जो महिला कैदियों को दिखाते हैं। वहीं. ये दोनों अधिकारी किसी भी महिला कैदी को कही छूते हैं।
जेल में बंद महिला कैदी इनके बर्ताव से तंग आ गई हैं। जमादार विनोद पांडेय के मोबाइल में जेल से छूटी 10 महिला कैदियों का चैट देखा जा सकता है।
वायरल चिट्ठी की हो रही जांच
वायरल चिट्ठी के संबंध में खूंटी DC लोकेश मिश्रा ने बताया कि चिट्ठी नहीं मिली है, लेकिन मामला संज्ञान में है। आज ही इसकी जानकारी मिली है। इसकी जांच कराई जा रही है।
मामले की जांच को लेकर एक कमेटी बनाई है। कमेटी में एक महिला डॉक्टर, एक महिला मजिस्ट्रेट और SDO हैं। कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।