खूंटी: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ विभिन्न किसान संगठनों द्वारा 27 सितंबर को आहूत भारत बंद का समर्थन कर रहे झामुमो और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बंद की पूर्व संध्या पर रविवार को शहर में मशाल जुलूस निकालकर दुकानदारों, वाहन संचालकों व आम लोगों से बंद का समर्थन करते हुए अपनी-अपनी दुकानें व प्रतिष्ठानों को बंद रखने की अपील की।
कांग्रेस के पूर्व विधायक कालीचरण मुंडा तथा झामुमो के जिलाध्यक्ष जुबैर अहमद और कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामकृष्णा चौधरी के नेतृत्व में दोनों पार्टियों द्वारा नेताजी चौक से संयुक्त रूप से निकाले गए मशाल जुलूस में बड़ी संख्या में झामुमो व कांग्रेस के कार्यकर्ता शामिल थे।
जुलूस में शामिल कार्यकर्ता अपने हाथों में पार्टी का झंडा व मशाल पकड़कर बंद के समर्थन में नारेबाजी करते चल रहे थे। नेताजी चौक से निकाला गया जुलूस भगत सिंह चौक पहुंचकर समाप्त हुआ।
मौके पर कालीचरण मुंडा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा थोपे गए इस काले कानून के विरोध में देश के किसान महीनों से अनवरत धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन किसान विरोधी मोदी सरकार के कान में जूं नहीं रेंग रही।
जुबैर अहमद ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा इस काले कानून को लाने का उद्देश्य अपने गिने-चुने उद्योगपति मित्रों को लाभ पहुंचाना है। उन्होंने अविलंब इस काले कानून को वापस लेने की मांग की।