खूंटी/रांची: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि प्रधानमंत्री का उलिहातू आगमन एवं इस कार्यक्रम का आयोजन पूरे देश को जोड़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) की उपस्थिति में सोरेन ने कहा कि उलिहातू की इस पावन भूमि पर प्रधानमंत्री पहली बार आये हैं। आशा और उम्मीद है कि प्रधानमंत्री का आज का संदेश आदिवासियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री बुधवार को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जयंती एवं जनजातीय गौरव महोत्सव-2023 के अवसर पर खूंटी में आयोजित जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे।
सोरेन ने कहा कि बिरसा मुंडा पूरे देश के आदिवासियों के भगवान हैं। झारखंड हमेशा से वीरों की भूमि रही है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण प्रधानमंत्री ने रांची स्थित भगवान बिरसा मुंडा जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय में देखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आदिवासी धर्म कोड की चिर प्रतीक्षित मांग पर सकारात्मक निर्णय लेने का आग्रह किया।
आदिवासी हक और अधिकार की लड़ाई लड़ता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड आदिवासी बहुल राज्य है। मैं भी आदिवासी समुदाय से आता हूं और मुझे आदिवासी होने पर गर्व है। आदिवासी हक और अधिकार की लड़ाई लड़ता आया है।
फिर वह लड़ाई महाजनों के विरुद्ध हो या अंग्रेजों के, लेकिन दुर्भाग्य है कि इतिहासकारों ने इन्हें उचित जगह नहीं दिया। विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह सबसे पिछड़ा है।
यदि ये नहीं बचे तो अन्य आदिवासी विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह में आ जाएंगे। आज हम चांद में पहुंच चुके हैं लेकिन समाज के अंदर जो अंतर दिख रहा है, उसे अबतक मिट जाना चाहिए।
जंगल में बसने वालों को विस्थापन झेलना पड़ता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड कई मायनों में आगे बढ़ा है। चाहे खनिज संपदा हो या किसी अन्य विषय को लेकर हो। प्रधानमंत्री से आग्रह है कि यहां बड़े पैमाने पर आदिवासी जो जंगलों में बसते हैं उन्हें विस्थापन का दंश झेलना पड़ता है।
खनिज सम्पदाओं को निकालने के लिए बड़े पैमाने में कई वर्षों से इनका विस्थापन होता रहा है। इस क्षेत्र में बसने वाले लोगों के प्रति भी ऐसी विशेष कार्ययोजना तैयार की जाए, जहां आदिवासी भाई-बहन जल-जंगल-जमीन के साथ अपने आप को समग्र विकास की कड़ियों से जोड़ सके।
ये भी हुआ
-प्रमुख सरकारी योजनाओं का प्रसार सुनिश्चित करने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ।
-प्रधानमंत्री विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह मिशन शुरू। मिशन में करीब 24 हजार करोड़ रुपये व्यय होगा।
-प्रधानमंत्री किसान योजना की 15वीं किस्त जारी।
-7200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास।
इनका हुआ उद्घाटन
IIM रांची का नया परिसर, IIT ISM धनबाद का नया छात्रावास, बोकारो में पेट्रोलियम ऑयल और लूब्रिकेंट (POL) डिपो, हटिया-पकरा सेक्शन, तलगरिया-बोकारो सेक्शन और जारंगडीह-पतरातू सेक्शन डबल लेन।
इनकी रखी गई आधारशिला
-NH 133 के महगामा-हंसडीहा सेक्शन का फोर लेन कार्य (52 किमी), NH 114ए के बासुकीनाथ-देवघर सेक्शन का फोर लेन कार्य (45 किमी), केडीएच-पूर्णाडीह कोल हैंडलिंग प्लांट (KDH-Purnadih Coal Handling Plant) और IIIT रांची के नए शैक्षणिक और प्रशासनिक भवन की आधारशिला।
-49 हजार करोड़ की जनजातीय कल्याण एवं विकास परियोजनाओं (Tribal Welfare and Development Projects) का शुभारम्भ, लोकार्पण, शिलान्यास और विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारम्भ हुआ।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा राज्यपाल CP राधाकृष्णन, केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा, शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी, पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष पदम भूषण कड़िया मुंडा, भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, खूंटी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, विधायक कोचे मुंडा एवं अन्य उपस्थित थे।