खूंटी: खूंटी जिले को डायन कुप्रथा से मुक्त करने के लिए प्रशासन द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है।
जिले में बढ़ते डायन-बिसाही के मामलों को रोकने और पीड़ितों को उचित सम्मान दिलाने के उद्देश्य से गरिमा परियोजना का क्रियान्वन जेएसएलपीएस के माध्यम से किया जा रहा है।
ऐसे में जिले के सुदूरवर्ती रनिया प्रखंड में प्रशासन और डायन उन्मूलन के लिए गठित विशेष टीम द्वारा शनिवार को डायन-बिसाही के 36 मामलों पर सुनवाई की गयी।
वर्तमान में गरिमा परियोजना अंतर्गत डायन कुप्रथा की रोकथाम के लिए जागरुकता अभियान, डायन कुप्रथा की शिकार महिलाओं की पहचान और सुरक्षा प्रदान करने, पीड़ितों को इच्छानुसार आजीविका वैकल्पिक स्वरोजगार से जोड़ने का काम किया जा रहा है।
कार्यक्रम में अनुमण्डल पदाधिकारी सैय्यद रियाज अहमद द्वारा लोगों को इस सम्बन्ध में जागरूक किया गया। सुनवाई के दौरान गंभीर मुद्दों पर आधारित विभिन्न केस के निष्पादन की प्रक्रिया के लिए आवश्यक कदम उठाये गये।
सुनवाई में ग्रामसभा के माध्यम से इस कुप्रथा को जड़ से ख़त्म करने के लिए अनुमंडल पदाधिकारी ने अपील की।
बैठक में समिति सदस्य के साथ पंचायतों के मुखिया और ग्रामप्रधान भी उपस्थित थे। ग्राम स्तर पर समुदाय आधारित सुरक्षा दल की स्थापना करने, विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से पीड़ितों की हकदारी को सुनिश्चित करने और मनोसामाजिक परामर्श और कानूनी परामर्श सेवा मुहैया कराने का काम गरिमा परियोजना के तहत किया जा रहा है।