नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन को 126 दिन हो चुके हैं। ऐसे में किसान लगातार सरकार पर दबाब बनाने के लिए विभिन्न तरह की रणनीति बना रहे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐलान किया है कि 10 अप्रैल को 24 घंटे के लिए केएमपी ब्लॉक किया जाएगा, वहीं मई के पहले पखवाड़े में संसद कूच किया जाएगा।
दरअसल संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बैठक कर आगे की रूप रेखा तय की, जिसके तहत 5 अप्रैल को एफसीआई बचाओ दिवस मनाया जाएगा। इस दिन देशभर में एफसीआई के दफ्तरों का घेराव किया जाएगा।
वहीं 10 अप्रैल को 24 घंटो के लिए केएमपी (कुंडली-मनेसर-पलवल एक्सप्रेस वे) ब्लॉक किया जाएगा।
साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने तय किया है कि मई के पहले पखवाड़े में संसद कूच किया जाएगा।
इसमें महिलाएं, दलित-आदिवासी-बहुजन, बेरोजगार युवा व समाज का हर तबका शामिल होगा। यह कार्यक्रम पूर्ण रूप से शांतिपूर्ण होगा।
ऐसे में किसान अपने गावों, शहरों से दिल्ली के बॉर्डर तक अपने वाहनों से आएंगे।
इसके बाद दिल्ली के अनेक बॉर्डर्स तक पैदल मार्च किया जाएगा। निश्चित तारीख की घोषणा आने वाले दिनों में कर दी जाएगी।
मोर्चा के अनुसार, 13 अप्रैल को वैशाखी का त्यौहार दिल्ली की सीमाओं पर मनाया जाएगा और 14 अप्रैल को डॉ. भीम राव आंबेडकर की जयंती पर संविधान बचाओ दिवस मनाया जाएगा।
1 मई मजदूर दिवस दिल्ली के बोर्डर्स पर मनाया जाएगा। इस दिन सभी कार्यक्रम मजदूर किसान एकता को समर्पित होगा।
दरअस तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले साल 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।