झारखंड में एक ही परिवार के चार लोगों को हत्या के मामले में हुई फांसी की सजा

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कोडरमा: जिला एवं सत्र न्यायाधीश रामाशंकर सिंह की कोर्ट ने गुरुवार को झूठी शान के लिए हत्या के एक मामले में दोषी पाए गए चार आरोपितों को फांसी की सजा सुनाई है। सभी दोषी एक ही परिवार के सदस्य हैं।

कोर्ट ने जिले के चंदवारा थाना क्षेत्र अंतर्गत मदनगुंडी में तीन वर्ष पहले झूठी शान के लिए हत्या के मामले में आरोपित मृतका के पिता किशन साहू (43 वर्ष), माता दुलारी देवी (35 वर्ष), चाचा सीताराम साहू (40 वर्ष) और चाची पार्वती देवी (38 वर्ष) को दोषी मानते हुए सजा सुनाई।

उल्लेखनीय है कि आरोपितों ने गांव के ही दूसरी जाति के युवक से शादी करने पर अपनी बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी थी।

वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपित गुपचुप तरीके से युवती के शव का अंतिम संस्कार करने की तैयारी में थे। इस बीच सूचना पर पहुंची पुलिस ने झाड़ी के बीच खटिया पर रखे शव को जब्त कर लिया।

पुलिस ने सोनी कुमारी (20) की हत्या के आरोप में उसके पिता किशन साहू, मां दुलारी देवी, चाचा सीताराम साहू और चाची पार्वती देवी को गिरफ्तार कर लिया।

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सोनी का मदनगुंडी निवासी प्रदीप शर्मा (25) पुत्र महेंद्र शर्मा से दो वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों शादी करने को तैयार थे लेकिन लड़की के परिजन इसके लिए तैयार नहीं थे।

घटना के करीब दस दिन पूर्व प्रेमी युगल घर से फरार होकर राजस्थान चला गया और वहां 18 मार्च, 2018 को भीमाडीह स्थित एक मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से शादी कर ली।

इसकी जानकारी चंदवारा में परिजनों को भी मिली। शादी के बाद दोनों की तस्वीरें भी सार्वजनिक हुई।

इस बीच लड़की के परिजनों ने स्थानीय मुखिया पति भुनेश्वर पंडित से मुलाकात की और दोनों के बीच रजामंदी से फैसला कराकर रखने की बात कही।

इसके बाद प्रेमी जोड़ा चंदवारा लौट आया। यहां मुखिया पति की मौजूदगी में युवक ने युवती को सौंप दिया।

इसी रात युवती पिता के घर चली गई, जबकि युवक अपने घर। पूरे मामले को लेकर गांव में पंचायत होनी थी।

इससे पहले ही 26 मार्च, 2018 की रात युवती की मौत हो गई।

शुरूआत में संदिग्ध मौत का मामला लगा लेकिन पुलिस अधिकारियों ने जब पूरी तहकीकात की तो मामला झूठी शान के लिए हत्या का निकला। युवती के गले पर निशान पाया गया।

घटना को लेकर चंदवारा थाना प्रभारी सोनी प्रताप के बयान पर एक केस दर्ज किया गया।

तत्कालीन एसपी शिवानी तिवारी ने आरोपितों से पूछताछ की। इस दौरान आरोपित पिता और चाचा ने पुलिस के पूरे मामले का खुलासा कर दिआ।

आरोपित पिता ने स्वीकार किया था कि रात में बेटी को समझा रहे थे की सुबह पंचायत में यह कहना कि युवक के साथ वह नहीं रहना चाहती है लेकिन इसके लिए वह तैयार नहीं हो रही थी।

इसके बाद लड़की के चाचा ने उसका पैर दबाए रखा और उसने मुंह पर तकिया रख गला दबा दिया। इससे सोनी की मौत हो गई।

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