कोडरमा: पूरे राज्य में कोडरमा रेन वाटर हार्वेस्टिंग में प्रथम स्थान पर है। उपायुक्त रमेश घोलप ने शुक्रवार को बताया कि नीलांबर-पीतांबर जल समृद्धि योजना के तहत सोक पीट में दूसरे स्थान पर, कंपोस्टपीट में प्रथम स्थान पर एवं रेन वाटर हार्वेस्टिंग में राज्य में प्रथम स्थान पर कोडरमा जिला है।
उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत वित्तिय वर्ष 2020-21 में भारत सरकार के द्वारा मार्च माह से दिसंबर माह तक लक्ष्य का 106.28 प्रतिशत उपलब्धि हासिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि मानव दिवस सृजन में कोडरमा जिला राज्य में प्रथम स्थान पर है।
कोडरमा जिले के हर पंचायत में करीब 168 लोग मनरेगा में कार्य कर रहे हैं।
उपायुक्त ने कोविड-19 से संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि कोडरमा जिला अंतर्गत अबतक कुल 1,29,947 संदिग्ध मरीजों का नमूना संग्रहण किया गया है, जिसमें 3388 मरीज पॉजिटिव पाये गये।
कुल संग्रह किये गये नमूनों में से पॉजिटिव केसों का प्रतिशत 2.61 है।
साथ ही 3388 पॉजिटिव मरीज में से 3327 मरीज स्वस्थ होकर वापस अपने घर जा चुके हैं, जोकि रिकवरी रेट 98 प्रतिशत है।
उपायुक्त ने राजस्व से संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि अबतक ऑनलाइन दाखिल खारिज के लिए 28902 लोगों ने आवेदन किये हैं, जिसमें से 10406 मामलों का निस्पादन किया गया है और 30 दिन से ज्याद कुल 11 लंबित मामले हैं।