कोलकाता: चक्रवात जवाद से मुकाबले के लिए पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की 16 टीमों को तैनात कर दिया गया है।
एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारी गुरविंदर सिंह ने “हिन्दुस्थान समाचार” को इस बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि जवाद चक्रवात से मुकाबले के लिए पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के काकद्वीप में एनडीआरएफ की तैनाती हुई है जबकि पूर्व मेदिनीपुर के दीघा और कोंटाई, पश्चिम मेदिनीपुर के खड़गपुर और घटाल,
उत्तर 24 परगना के संदेशखाली, हुगली जिले के आरामबाग, मुर्शिदाबाद के बरहमपुर, हावड़ा, मालदा और कोलकाता में एनडीआरएफ की दो-दो टीमें रहेंगी जबकि पुरुलिया जिले के झाड़ग्राम और बर्दवान शहर में भी एक-एक टीम की तैनाती हुई है।
नदिया जिले में दो टीमों को रिजर्व रखा जाएगा जो आवश्यकता पड़ने पर राहत और बचाव कार्य में जुट जाएंगे।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी के मुताबिक चार दिसंबर को चक्रवात तटीय क्षेत्रों से टकरा सकता है।
इसका सबसे अधिक असर आंध्र प्रदेश और ओडिशा के समुद्र तटीय क्षेत्रों में होगा लेकिन पश्चिम बंगाल के तटवर्ती इलाकों में भी तेज आंधी तूफान के साथ मुसलाधार बारिश हो सकती है जिससे जानमाल के नुकसान की आशंका है।
राज्य सरकार ने पहले ही इसे लेकर सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है और तटवर्ती क्षेत्रों में लोगों को कच्चे मकानों से निकालकर सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया जा रहा है।
समुद्र तट के किनारे रहने वाले लोगों को भी राहत शिविरों में ले जाया जा रहा है। राज्य आपदा मोचन बल को भी तैयार रहने को कहा गया है और एनडीआरएफ तथा पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव में मददगार बनने के निर्देश दिए गए हैं।