बेरूत: लेबनान और खाड़ी देशों के बीच संबंध फिर से मजबूत होते हुए नजर आ रहे है। कुवैत की पहली कोशिश सफल हो गई हैं। दरअसल, लेबनान में सऊदी और कुवैती राजदूतों की वापसी हो गई हैं। इस वापसी को सकारात्मक संकेत समझा जा रहा है।
लेबनान में कुवैत के राजदूत अब्देल अल-केनई ने अपने एक बयान में बुधवार को कहा, राजदूत की वापसी से दो भाई देश लेबनान और कुवैत के बीच अधिक तालमेल और सहयोग स्थापित होगा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अब्देल अल-केनई ने लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती के साथ एक बैठक के दौरान लेबनान और खाड़ी राज्यों के बीच संबंधों को मजबूत करने के प्रयासों के बारे में बात की। साथ ही कुवैत की प्रशंसा करते हुए लेबनान-कुवैत के रिश्तों पर भी जोर दिया।
इसके अलावा, उन्होंने लेबनान के पूर्व सूचना मंत्री जॉर्ज कोडार्ही द्वारा की गई टिप्पणियों का भी विरोध किया। जिसमें कोडार्ही ने यमन, सऊदी अरब, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन के गृहयुद्ध में सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन की आलोचना की थी। खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) ने अक्टूबर 2021 में लेबनान में अपने राजदूतों को वापस बुला लिया था।
जिसके बाद कुवैत ने जनवरी में लेबनान और खाड़ी देशों के बीच संबंध बहाल करने के उद्देश्य से एक पहल शुरू की थी। पिछले हफ्ते, सऊदी अरब और कुवैत को अपने तनावपूर्ण संबंधों में एक सकारात्मक संकेत मिले। लेबनान में अपने राजदूत की वापसी की घोषणा की। साथ ही सऊदी अरब और अन्य जीसीसी सदस्यों के साथ सहयोग करने का वादा भी किया।