लखीमपुर खीरी: जनपद लखीमपुर खीरी के तिकुनियां हिंसा मामले में उत्तर प्रदेश की एसआईटी ने आज चार्जशीट दाखिल कर दी।
पांच हजार पन्नों की चार्जशीट में केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बताया गया है और कहा गया है कि घटना के समय आशीष मौके पर मौजूद था। अजय मिश्रा के एक रिश्तेदार को भी चार्जशीट में आरोपी बनाया गया है।
एसआईटी पांच हजार पन्नों की चार्जशीट को लोहे के बक्से में लेकर सोमवार को लखनऊ कोर्ट पहुंची। चार्जशीट में पुलिस ने आशीष मिश्रा के एक अन्य रिश्तेदार को भी आरोपी बनाया है।
पुलिस के अनुसार वीरेंद्र शुक्ला पर सबूत छिपाने का आरोप है। यह दावा किया गया है कि आशीष मिश्रा की थार जीप के पीछे चल रहे दो वाहनों में एक वीरेंद्र शुक्ला की स्कॉर्पियो थी।
एसआईटी ने केंद्रीय मंत्री के रिश्तेदार को भी बनाया आरोपी
पुलिस ने चार्जशीट में नया नाम वीरेंद्र शुक्ला का भी जोड़ा है। वीरेंद्र पर धारा 201 के तहत सबूत मिटाने की साजिश का आरोप है। वीरेंद्र केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा का रिश्तेदार है।
13 आरोपी जेल में बंद
तिकुनिया कांड में केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा मोनू समेत 13 आरोपी जेल में बंद हैं। आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी 10 अक्टूबर, 2021 को हुई थी।
जबकि बीते वर्ष सात अक्टूबर को आशीष मिश्रा के करीबी लवकुश और आशीष पांडेय को गिरफ्तार किया गया था और आठ अक्टूबर को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया था।
यह था मामला
लखीमपुर खीरी में बीते वर्ष तीन अक्टूबर को तिकुनिया हिंसा में चार किसान और एक पत्रकार समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।
आरोप है कि केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू ने अपनी जीप से किसानों को कुचल दिया था।
इससे गुस्साई भीड़ ने आशीष के ड्राइवर समेत चार लोगों की हत्या कर दी।