लॉस एंजिल्स: कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है। वैक्सीनेशन ने जहां एक ओर कोरोना से लड़ाई को कुछ आसान बना दिया है, वहीं अभी भी कुछ लोग ऐसे हैं जिन्होंने अब तक वैक्सीन नहीं लगवाई है।
पश्चिमी देशों में कई लोग वैक्सीन, मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, लॉकडाउन और अन्य प्रतिबंध जैसे सुरक्षा उपायों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।
हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कि खुद परिणाम भुगतने के बाद इन उपायों को अपना रहे हैं। लॉस एंजिल्स में वैक्सीनेशन न कराने से जुड़ा एक ऐसा केस आया है जो कि सैकड़ों लोगों के लिए सबक बन सकता है।
लॉस एंजिल्स में वैक्सीनेशन नहीं कराने वाले शख्स ने अपनी मौत के कुछ समय पहले टीका न लगवाने पर पछतावा जाहिर किया। 40 साल के क्रिश्चियन कैबरेरा की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई।
उनका एक तीन साल का बच्चा भी था। कैबरेरा ने अपनी मौत से कुछ समय पहले ही वैक्सीनेशन नहीं कराने पर खेद जताया।
कैबरेरा को अपने आखिरी समय में इस बात का पछतावा था कि उन्होंने कोरोना वैक्सीनेशन नहीं कराया, लेकिन समय बीतने के साथ ही उन्हें अपनी गलती का एहसास हो गया। कैबरेरा को एक हफ्ते पहले ही कोरोना हुआ था जिसके बाद ही उनकी मौत हो गई।
क्रिश्चियन के भाई गीनो ने बताया कि उन्हें कोरोना वैक्सीन नहीं मिली। उन्होंने कहा वह यह सोचते और कहते थे कि वह बीमार नहीं पड़ेंगें।
भाई के मुताबिक उन्हें विज्ञान में भरोसा ही नहीं था। हालांकि मौत से एक साल पहले उन्होंने अपने भाई को अफसोस जताते हुए एक मेसेज भेजा।
उन्होंने लिखा, मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं। मुझे अब अफसोस होरहा है कि मैंने वैक्सीनेशन क्यों नहीं कराया। अगर मैंने ऐसा किया होता तो मेरा जीवन बच जाता।
40 साल के कैबरेरा का 22 जनवरी को निधन हो गया। वह करीब एक महीने पहले इस महामारी से संक्रमित हुए थे। इसके बाद उन्हें निमोनिया हो गया और उन्हें अस्पताल के इमरजेंसी रूम में एडमिट कर लिया गया।