पटना: कृषि कानूनों के विरोध और किसान आंदोलन के समर्थन में शनिवार को महागठबंधन और विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने राजधानी पटना के गांधी मैदान गेट पर धरना दिया।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कृषि कानूनों को काला कानून करार देते हुए सरकार से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की।
कहा, देश का पेट पालने वाले किसानों को फसल की वाजिब कीमत नहीं मिल पा रही है। मोदी सरकार ने कृषि क्षेत्र को भी प्राइवेट कंपनियों को देने की साजिश रच दी है। सरकार उन्हें भूखा रखना चाहती है।
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि केंद्र के किसान और मजदूर विरोधी फैसलों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सहभागी हैं। केंद्र सरकार आज जो बातचीत कर रही है, वह कानून बनाने से पहले होनी चाहिए थी। उन्होंने राज्य के सभी किसानों और संगठनों से बिल के खिलाफ सड़कों पर उतरने की अपील की।
दरअसल, तेजस्वी यादव की अगुवाई में गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के समक्ष शनिवार सुबह 10 बजे से दो घंटे के लिए सांकेतिक धरने पर बैठने का कार्यक्रम तय था।
गांधी मैदान में सुबह से ही राजद नेता और कार्यकर्ता जुटने लगे थे, तभी जिला प्रशासन ने कार्यकर्ताओं को बाहर निकालकर गांधी मैदान सील कर दिया। उन्होंने पहले धरने की अनुमति नहीं ली थी।
इसके लिये प्रशासन ने उन्हें कोई अनुमति नहीं दी थी। उन्हें बताया गया कि धरना के लिए पहले से अनुमति नहीं ली गई है।
इसके बाद राजद के नेता और कार्यकर्ता ज्ञान भवन के पास गेट नंबर-4 के आगे ही दरी बिछाकर धरना पर बैठ गए और कृषि कानूनों तथा केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे।
धरना के निर्धारित समय के कुछ देर बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगादानंद सिंह, दानापुर के दबंग विधायक रीतलाल यादव, श्याम रजक सहित कई नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता वहां पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए।
काफी हो-हंगामे के बाद तेजस्वी यादव सहित कुछ राजद नेता और कार्यकर्ता गांधी मूर्ति के पास पहुंचे और किसानों की लड़ाई लड़ने के लिए अपना संकल्प पत्र पढ़ा।
उन्होंने धरने को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। धरना स्थल पर डीएसपी टाउन सुरेश कुमार और गांधी मैदान थानेदार सुरेश वत्स, जिला पुलिस और एन्टी राइट बटालियन के साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस बल के जवान तैनात थे।
एडीएम विधि व्यवस्था कृष्ण कन्हैया सिंह राजद नेताओं से लगातार अपील करते रहे कि दूरी बनाकर धरना पर बैठे नहीं तो जगह खाली करें।
गोड्से को पूजने वाले के स्वागत में सीएम ने गांधी मूर्ति को किया कैद
धरना से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से नीतीश सरकार पर हमला बोला। शनिवार को ट्वीट कर कहा, गोड्से को पूजने वाले लोग पटना पधारे हैं।
उनके स्वागत में अनुकंपाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में गांधी मूर्ति को क़ैद कर लिया, ताकि गांधी को मानने वाले लोग किसानों के समर्थन में गांधी जी के समक्ष संकल्प ना ले सकें। नीतीश जी, वहां पहुंच रहा हूं। रोक सको तो रोक लीजिए।
कोविड नियम के उल्लंघन और बिना अनुमति गांधी मैदान में घुसने के मामले में होगी प्राथमिकी
एसडीएम सदर के अनुसार धरना देने का कोई अनुमति प्रशासन ने नहीं दिया है। इसलिये राजद नेताओं पर प्राथमिकी दर्ज होगी। साथ ही आपदा प्रबंधन अधिनियम धारा 51 से 60 के तहत कोविड नियमों के उल्लंघन में भी केस दर्ज किया जाएगा।
राजद के काफी सारे नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मास्क नहीं पहना था। सोशल डिस्टेंसिंग का भी उल्लंघन किया गया। कोविड नियम का उल्लंघन और बिना अनुमति गांधी मैदान के अंदर घुसने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की जायेगी।
पिता तुल्य जगदा बाबू को अपने कदमों के नीचे बैठाकर मंशा जाहिर कर दीः नीरज कुमार
कृषि बिल के खिलाफ गांधी मैदान के पास धरना दे रहे तेजस्वी यादव की एक तस्वीर पर जदयू के नीरज कुमार ने व्यंग्य किया है। इसमें राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद जमीन पर तो तेजस्वी कुर्सी पर बैठे दिख रहे हैं।
नीरज कुमार ने कहा कि पिता तुल्य जगदा बाबू को अपने कदमों के नीचे बैठाकर उन्हें क्यों औकात बता रहे हैं। इससे उन्होंने अपनी मंशा जाहिर कर दी है। किसान उनके झांसे में नहीं आने वाले हैं। जो लोग बड़ों की इज्जत नहीं कर सकते, वे किसानों के साथ कैसा व्यवहार करेंगे।
तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ सड़क पर उतरे वाम दल
तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा-माले ने राज्यव्यापी चक्का जाम का किया। हालांकि ज्यादातर जगहों पर चक्का जाम बेअसर रहा। पटना में चक्का जाम का कोई असर नहीं दिखा।
यहां रोज की तरह ही बिना रोक-टोकर सभी गाड़ियां चलीं। आरा, बेगूसराय सहित कुछ शहरों में आंदोलन का थोड़ा-बहुत असर दिखा। पटना में गांधी मैदान के बाहर धरना दे रहे महागठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।