धनबाद: किसानों के राष्ट्रव्यापी चक्का जाम के समर्थन में वाम जनवादी संयुक्त मोर्चा की ओर से शनिवार को निरसा में प्रतिरोध मार्च व चक्का जाम किया गया।
इस अवसर पर जनवादी संयुक्त मोर्चा द्वारा निरसा सिनेमा मोड़ से जुलूस निकाला गया, जो सिनेमा मोड़ से लेकर निरसा चौराहा तक गया और धरना प्रदर्शन में तब्दील हो गया।
वहीं पंचेत ओपी क्षेत्र के पतलाबाड़ी मोड़ पर मासस कार्यकर्ताओं द्वारा भी चक्का जाम किया गया। 3 घंटे का चक्का जाम 12:00 बजे से 3:00 बजे तक हुआ। इस दौरान इमरजेंसी सेवाओं को जाम से दूर रखा गया।
प्रदर्शन कर रहे वक्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार देश के मजदूर-किसानों के साथ तानाशाही रवैया अपनाये हुए है।
पहले तो देश के सार्वजनिक संस्थानों को निजीकरण के माध्यम से निजी मालिकों के हाथों में देने का रास्ता साफ कर दिया।
अब कृषि क्षेत्र में किसान विरोधी कानून लाकर देश के कृषि क्षेत्र को भी निजी हाथों में दिए जाने का प्रयास हो रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पहले तो किसान आंदोलन को रोकने के लिए कड़ाके की ठंड में पानी के बौछार,आंसू गैस के गोले, लाठी-डंडे से डराने का काम किया।
इसके बावजूद किसान आंदोलन नहीं रूका तो किसानों को खालिस्तानी, टुकड़े टुकड़े गैंग, विदेशी पूंजी पर चलने वाला आंदोलन बताने लगे।
अब किसानों के धरना स्थल क्षेत्रों में बिजली-पानी रोक इंटरनेट काटा गया। धरना स्थल को कांटेदार तारों से घेराबंदी व नहरनुमा गड्ढे खुदवाकर किसानों के साथ विदेशी दुश्मनों जैसा व्यवहार किया जा रहा है।