नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता संबित पात्रा ने वामपंथी दलों पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि कुछ वामपंथी दल किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर राजनीति साधने का प्रयास कर रहे हैं।
इनसे दोगली पाखंडी पार्टी और कोई नहीं।
भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पात्रा ने कहा कि वामपंथी दलों ने दोगलेपन की सारी सीमाओं को लांघ दिया है।
इन्होंने किसानों पर कई अत्याचार किए हैं और आज उनके हिमायती होने का दिखावा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार और स्वयं मोदी जो हिन्दुस्तान के मुख्य सेवक हैं वे किसानों को अन्नदाता और भगवान मानते हैं।
हमने देखा कि आज बहुत से किसान संगठन तीन बिलों के समर्थन में उतरे हैं। कृषि मंत्री से उन्होंने मुलाकात भी की और प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया।
भाजपा नेता ने कहा कि वामपंथियों ने किसान आंदोलन को हाईजैक कर लिया है।
एपीएमसी को लेकर भ्रमजाल फैलाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि 1993 से 2018 तक त्रिपुरा में वामपंथ की सरकार रही।
इन 25 सालों तक किसी भी फसल पर कोई भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) नहीं थी।
त्रिपुरा एकमात्र ऐसा राज्य था जहां एमएसपी लागू नहीं होती थी। किंतु, आज ये वामपंथी किसानों के हितैषी होने का दिखावा कर रहे हैं।