नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लोकसभा में बताया कि भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का निजीकरण नहीं हो रहा है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि बैंकों के संदर्भ में फैली अफवाहों पर विश्वास नहीं करें।
जावड़ेकर ने शिवसेना सांसद अरविंद सावंत के प्रश्न के उत्तर में यह बात कही।
जावड़ेकर ने कहा कि सरकार का हमेशा प्रयास होता है कि जिन सार्वजनिक उपक्रमों को फिर से खड़ा किया जा सकता है, उन्हें फिर से खड़ा किया जाना चाहिए।
सावंत के एक पूरक प्रश्न के उत्तर में सूचना एवं प्रसारण तथा भारी उद्योग मंत्री जावड़ेकर ने कहा एलआईसी का निजीकरण नहीं हो रहा है। यह गलतफहमी है।
जहां तक बैंकों का सवाल है जो उस बारे में अफवाहों पर विश्वास नहीं करें।
इससे पहले, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को लोकसभा में कहा था कि एलआईसी का आईपीओ लाने का प्रस्ताव है तथा इस कदम से किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी तथा एलआईसी एवं निवेशकों दोनों को फायदा होगा।
गौरतलब है कि सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों से जुड़े मुद्दे को लेकर नौ यूनियनों के संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (यूएफबीयू) ने 15 और 16 मार्च को हड़ताल का आह्वान किया है।
यूनियन का दावा है कि करीब 10 लाख बैंक कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल में शामिल हैं।