Kajal Side Effects : अधिकतर भारतीय महिलाएं अपनी आंखों में काजल (Kajal) लगाती है जिससे उनकी खूबसूरती और भी अधिक बढ़ जाती है।
केवल महिलाएं ही नहीं बल्कि भारत में छोटे बच्चों (Baby) की आंखों में भी काजल लगाए जाते हैं। लोगों के बीच ऐसी मान्यताएं भी है कि काजल लगाने से बुरी नजर नहीं लगती है।
बुरी नजर से बचाने के लिए बच्चों के माथे पर काला टीका लगाने की प्रथा भी है।
बच्चे हो रहे हैं लेड पॉइजनिंग का शिकार
लेकिन एक डॉक्टर ने काजल को लेकर ऐसी बात कही जिसने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया है।
दरअसल ट्विटर पर डॉक्टर ने एक पोस्ट कर बताया कि अफगानिस्तान में लगभग हर बच्चे को लेड पॉइजनिंग (Lead Poisoning) हो गई है।
बच्चों के लिए लेड थोड़ी मात्रा में भी खतरनाक होता है। काजल में लेड काफी मात्रा में पाया जाता है।
काजल बच्चों ही नहीं बड़ों की आंखों के लिए भी नुकसानदायक होता है, यह बात डॉक्टर्स पहले कई बार बता चुके हैं।
बता दें कि लेड का इस्तेमाल कई चीजों का रंग गहरा करने के लिए किया जाता है। काजल, लिपस्टिक यहां तक कि हल्दी और कई मसालों में लेड मिला दिया जाता है।
घर पर बनाए जाने वाले काजल अधिक खतरनाक
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर आकाश अग्रवाल ने बताया कि काजल वाकई में लेड पॉइजनिंग की वजह हो सकते हैं।
सबसे ज्यादा दिक्कत उन काजलों में है जो घर पर बनाए जाते हैं। इनमें बहुत ज्यादा मात्रा में लेड होता है। अगर आप रोजाना काजल को स्किन पर या लोअर लिड पर लगाते हैं तो स्किन इसे अवशोषित कर लेती है।
यह काजल बॉडी में इकट्ठा होकर कई सारी दिक्कतों और बीमारियों की वजह बन सकता है।
बच्चों को किसी भी तरह का काजल नहीं लगाएं। खासकर दीये से बना घर का काजल। अगर महिलाएं काजल लगाना चाहती हैं तो मार्केट में आने वाले लेड-फ्री काजल चुनें।