Snakes Were Guarding the Gem Store of Jagannath Temple: सामान्य रूप से यह एक अवधारणा प्रचलित है कि पुराने आभूषणों और रत्नों की रखवाली सांप करते हैं। जब रविवार को पुरी के जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) के रत्न भंडार के दरवाजे 46 साल बाद दोबारा खुले, तो इस बड़े रहस्य से भी पर्दा उठ गया।
जानकारी मिली कि अंदर दाखिल होने वालों को कहीं भी सांप नजर नहीं आए। प्रशासन इसके लिए पूरी तैयारी पहले ही कर चुका था।
एक Media House से बातचीत में पुरी कलेक्टर सिद्धार्ध शंकर ने कहा, ‘हमें कोई सांप, कीड़े या रेंगने वाले जीव नहीं मिले।’ खास बात है कि सांप मिलने की आशंका के चलते सरकार ने पहले ही 11 सदस्यीय एक स्नेक Helpline तैयार कर ली थी।
इसके अलावा किसी भी अनहोनी से बचने के लिए यूनिट के तीन सदस्य रत्न भंडार के बाहर खड़े हुए थे।
साथ ही पुरी जिला मुख्यालय अस्पताल को Antivenom का Stock तैयार रखने के लिए कह दिया था। रत्न भंडार खोले जाने की प्रक्रिया सुबह करीब 10 बजे शुरू हो गई थी। भगवान लोकनाथ को रत्न भंडार का रक्षक माना जाता है और लोकनाथ मंदिर (Loknath Temple) में आज्ञा माला होने के बाद प्रक्रिया शुरू की गई थी।